11 हाथियों के दल ने वहां बनी झोपड़ियों को किया तहस नहस, प्रेमनगर क्षेत्र के मुलकी पहाड़ की घटना
घटना की जानकारी मिलते ही रविवार की सुबह वन विकास निगम के डीएम आरआर पैकरा, एसडीओ दिवाकर पाठक, सहायक परिक्षेत्राधिकारी एसके लकड़ा, बीट प्रभारी दीपांशु दास, क्षेत्र रक्षके मनीष कुमार अजय ठाकुर के अलावा रामानुजनगर के वन परिक्षेत्राधिकारी रामचंद्र प्रजापति व उनकी टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने वस्तु स्थिति का जायजा लिया और पंचनामा कार्रवाई की।
HIGHLIGHTS
- पंडो दंपती ने दो बच्चों को लेकर झोपड़ी से भागकर जान बचाई।
- झोपड़ी में सो रहे सगे भाई-बहन को हाथियों ने कुचल कर मार डाला।
- प्रेमनगर क्षेत्र में वर्ष भर हाथियों का आना-जाना लगा रहता है।
सूरजपुर। प्रेमनगर इलाके के पहुंचविहीन मुलकी पहाड़ में झोपड़ी बनाकर रह रहे संरक्षित पंडो जनजाति के एक परिवार की झोपड़ी में शनिवार देर रात 11 हाथियों के दल ने हमला कर वहां सो रहे दो सगे भाई बहन को कुचल कर मार डाला। घटना के दौरान एक मासूम बालक झोपड़ी के भीतर ही छिप गया। उनके माता-पिता दो बच्चों के साथ भाग कर जान बचाई। जानकारी मिलते ही वन विभाग एवं वन विकास निगम के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए। रामानुजनगर रेंजर ने मृतक भाई-बहन के पिता को 50 हजार रुपए की सहायता राशि प्रदान की है। हाथी फिलहाल प्रेमनगर के रिहायशी बस्ती के समीप बिरंची बाबा पहाड़ी में डटे हुए हैं।
अचानक मुलकी पहाड़ पहुँचा जंगली हाथियों का दल
अंधेरे में अचानक काल बनकर पहुंचे हाथी
वन विकास निगम क्षेत्र में हुई घटना
घटना वन विकास निगम के कक्ष क्रमांक 1945 में घटित हुई है। उन्होंने पाया कि पहुंच विहीन पहाड़ी पर तीन पंडो ग्रामीण अतिक्रमण अलग-अलग झोपड़ी बनाकर पिछले एक साल से गाय चराने का कार्य कर रहे हैं। इस दौरान रेंजर रामचंद्र प्रजापति ने मृतक भाई बहन के पिता बिखु राम पंडो को 50 हजार रुपये की सहायता राशि प्रदान की।