बीएसएफ के जवान ने गोली मारकर की आत्महत्या, अवसाद या कोई और वजह?
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कामतेड़ा बीएसएफ कैंप में गुरुवार की सुबह एक जवान ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। जवान का नाम उज्जवल नंदी बताया जा रहा है, जो बीएसएफ की बटालियन 30 में हवलदार के पद पर रहते हुए कोयलीबेड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत कामतेड़ा कैंप में पदस्त था। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है जवान किसी अवसाद में था, या कोई और वजह थी।
कैंप में तैनात जवानों के अनुसार, गुरुवार सुबह तड़के लगभग 6 बजे बैरक से गोली चलने की आवाज आई। मौके पर जब जवान पहुंचे तो उज्जवल नंदी मुंह के बल जमीन पर पड़े हुए थे और बगल में उनकी सर्विस रायफल भी थी। जिस वक़्त जवान ने खुद को गोली मारी, बैरक में अन्य कोई साथी जवान मौजूद नहीं था। घटना के संबंध में जानकारी देते हुए कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है, प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वज़ह स्पष्ट नहीं हो पाई है। वहीं कैंप में पदस्त साथी जवानों ने बताया कि घटना से पहले जवान की मानसिक स्थिति को देखते हुए किसी को आभास नहीं हुआ कि वह इतना बड़ा कदम उठा सकते हैं।
जवानों में अवसाद दूर करने के लिए चलाए जा रहे कई कार्यक्रम
आपको बता दें कि बस्तर के अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवानों के द्वारा कई बार आत्महत्या करने अथवा अपने ही साथियों की हत्या करने की घटनाओं को ध्यान में रखकर जवानों को अवसाद मुक्त करने कई कार्यक्रम चलाने के दावे किए जाते रहे हैं। बावजूद इसके बस्तर में ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। बस्तर के बेहद अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवानों के सामने कई तरह की समस्याएं आती हैं, जिसमें परिवार से दूरी, अधिकारियों का दुर्व्यव्हार और साथी जवानों द्वारा उकसाने जैसे मामले सामने आ चुके हैं।