यूथ की च्वाइस: कम्प्यूटर, मैनेजमेंट व माइक्रोबायलाजी

शिक्षण सत्र 2024-25 में प्रवेश के लिए रूझान से स्प्ष्ट है कि युवाओं में कम्प्यूटर, मैनेजमेंट व माइक्रोबायलाजी को लेकर उत्साह अधिक है। इन सभी कोर्स की वर्तमान में सबसे अधिक मांग है और देश-विदेश में रोजगार अवसर भी।

HIGHLIGHTS

  1. एफटीपी व होटल मैनेजमेंट में रूचि कम
  2. अटल विवि के यूटीडी में प्रवेश की स्थिति
  3. स्नातक, स्नातकोत्तर एवं सर्टिफिकेट के लगभग 730 सीट संख्या

बिलासपुर। अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के यूटीडी (विश्वविद्यालय शिक्षण विभाग) में इस साल प्रवेश की प्रक्रिया सफलता पूर्वक संपन्न हो चुकी है। इस वर्ष एमबीए, एमसीए, बी.काम और माइक्रोबायोलाजी जैसे लोकप्रिय पाठ्यक्रमों में युवाओं ने बड़ी संख्या में प्रवेश लेकर अपनी रुचि प्रदर्शित किया है। इन विभागों में सभी सीटें भर चुकी हैं, जिससे इन क्षेत्रों में छात्रों का उत्साह और रुचि स्पष्ट होती है।

इस साल भी कुछ सीटें खाली

यूटीडी में फिलहाल कामर्स एंड फायनेंसियल स्टडी, फूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलाजी, कम्प्यूटर साइंस एंड अप्लीकेशन, होटल मैनेजमेंट एंड हास्पिटलिटी एवं माइक्रोबायोलाजी एंड बायोइनफारमेटिक्स तथा योग विभाग संचालित हैं। जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर एवं सर्टिफिकेट के लगभग 730 सीट संख्या है। हालांकि, अब होटल मैनेजमेंट और फूड प्रोसेसिंग जैसे विभागों में इस साल भी कुछ सीटें खाली रह गई हैं, फिर भी इन क्षेत्रों में संभावनाएं और करियर विकल्प व्यापक हैं। इसी तरह योगा विभाग में भी स्थिति सामान्य रही है, लेकिन इसमें छात्रों की रुचि बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

विश्वविद्यालय का मानना है कि आने वाले वर्षों में सभी विभागों में छात्रों की संख्या में वृद्धि होगी और शिक्षा के इन महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी अधिक छात्रों का रुझान बढ़ेगा। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने और उनके करियर को संवारने के लिए प्रतिबद्धता व्यक्त की है। बता दें कि विश्वविद्यालय स्थापना के दौरान तत्कालीन कुलपति प्रो.जीडी शर्मा ने इसकी नींव रखी थी। हालांकि इसके बाद नए कुलपति आचार्य अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने इसे और आगे बढ़ाते हुए एमबीए सहित कई अन्य पाठयक्रम प्रारंभ किए।

प्रमुख सर्टिफिकेट कोर्स भी

सर्टिफिकेट एंड गुड एवं सर्विसेस, सर्टिफिकेट कोर्स इन फूड पैकेजिंग, फूड ला, वेजीटेबल, वेस्ट मैनेजमेंट, साइबल लॉ, पायथान प्रोग्राम, एंड्रो प्रोग्रामिंग, सर्टिफिकेट कोर्स इन रिलेशनशिप मैनेजमेंट, रियल मैनेजमेंट, पुूड ब्रेवरेज सर्विसेस, बायोफयूल, मशरूम, अंग्रेजी स्पीकिंग, माडयूलर डिजाइन, सायल टेस्टिंग, प्लांट इशू जैसे ढ़ेरों कोर्स हैं। जो महज तीन माह से लेकर छह माह तक हैं। इनमें भी प्रवेश हुआ है।

इस साल प्रवेश की स्थिति

पाठ्यक्रम का नाम सीट संख्या प्रवेशित छात्रों की संख्या

बीएससी. (आनर्स) कम्प्यूटर साइंस 50 43

बीसीए 40 16

एमसीए 60 60

बीएससी माइक्रोबायोलाजी 30 8

बीएससी बायोटेक्नोलाजी 50 38

एमएससी माइक्रोबायोलाजी 30 29

बीएचएमसीटी 60 12

बीबीए 40 32

बीएससी एफटीपी 30 9

एमएससी एफटीपी 30 8

बीकाम 100 80

एमकाम 30 15

एमबीए 30 30

कुल 580 380

योगा विभाग सुपर फ्लाप

अटल विश्वविद्यालय में योगा और नैचुरोपैथी की भी पढ़ाई होती है। शिक्षकों के बीच विवाद का असर प्रवेश पर स्पष्ट रूप से नजर आया। जानकारी के मुताबिक 30 सीटों के मुकाबले केवल आठ छात्रों ने यहां प्रवेश लिया है। दरसल इस साल विभाग में प्रवेश फ्लाप होने का प्रमुख कारण यहां अतिथि शिक्षकों के बीच विवाद है। जिसे विश्वविद्यालय प्रशासन भी नहीं सुलझा सका। नतीजा देशभर में जहां योग को लोग अपना रहे हैं वहीं एयू में स्थिति बेहद खराब हो रही है।

वर्जन

इस साल यूटीडी में प्रवेश काफी हद तक ठीक रहा। युवाओं ने नए कोर्स की ओर रूचि लिया है। फूड प्रोसेसिंग एंड टेक्नोलाजी और होटल मैनेजमेंट तथा योग विभाग में ध्यान देने की आवश्यकता है। कुलपति के मार्गदर्शन में विभाग के प्रमुखों से चर्चा कर रणनीति बनाएंगे।

डा.तरुणधर दीवान

परीक्षा नियंत्रक

अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय

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