अपनी पहली फिल्म से ही बॉलीवुड में छा गया था ये एक्टर, देश ही नहीं विदेश में भी हुई थी चर्चा
बता दें कि अनुपम ने 28 साल की उम्र में ही एक बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाया था। पहली फिल्म में ही किसी बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाना, यह शायद ही कहीं देखा गया होगा।
HIGHLIGHTS
- अनुपम खेर ने फिल्म ‘सारांश’ से बॉलीवुड में एंट्री की थी।
- किरदार को निभाने के लिए उन्होंने 6 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी।
- शूट से 10 दिन पहले ही उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया गया था।
एंटरटेनमेंट डेस्क, इंदौर। Unknown Facts About Saaransh: बॉलीवुड के शानदार एक्टर अनुपम खेर ने हिंदी सिनेमा में एक लंबा समय गुजारा है। उन्होंने फिल्म ‘सारांश’ से बॉलीवुड में एंट्री की थी। वे उस समय नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढ़ाई कर रहे थे। अपनी पहली ही फिल्म से अनुपम इंडस्ट्री में छा गए थे। भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उनकी फिल्म की चर्चा हुई थी। ‘सारांश’ फिल्म की कहानी एक रिटायर्ड बूढ़े हेडमास्टर प्रधान की कहानी है। वह अपने इकलौते बेटे को खोने के बाद अकेला पड़ जाता है। बेटे के जाने के बाद उसका और उसकी पत्नी का गुजारा करना भी मुश्किल हो जाता है।
28 साल की उम्र में किया बूढ़े व्यक्ति का रोल
इतनी परेशानियों का सामना करने के बाद वह आत्महत्या करने का मन बना लेता है। वह एक लड़की को घर का कमरा किराये पर देते है और इसी के बाद उसकी जिंदगी बदलने लगती है। फिल्म में रिटायर्ड हेडमास्टर का किरदार अनुपम खेर ने अदा किया है।
बता दें कि अनुपम खेर ने 28 साल की उम्र में ही एक बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाया था। जबकि अक्सर देखा गया है कि एक यंग एक्टर यंग रोल प्ले करना चाहता है, लेकिन पहली फिल्म में ही किसी बूढ़े व्यक्ति का किरदार निभाना, वो भी अपने करियर की परवाह किए बिना, यह शायद ही कहीं देखा गया होगा।
शूटिंग से 10 दिन पहले फिल्म से निकाला
इस किरदार को निभाने के लिए उन्होंने 6 महीने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी थी, लेकिन शूट से 10 दिन पहले ही उन्हें फिल्म से बाहर कर दिया गया था। फिल्म में उनकी जगह संजीव कुमार को लीड रोल में कास्ट कर लिया गया था।
एक इंटरव्यू के दौरान अनुपम खेर ने यह बताया था, “मुझे लगता है कि उस समय महेश भट्ट एक जर्नी से गुजर रहे थे। अर्थ बनाने के बाद वह अगली यही फिल्म बनाना चाहते थे। मुझे शूट से ठीक 10 दिन पहले फिल्म से निकाल दिया गया था। मुझे संजीव कपूर से रिप्लेस कर दिया गया। मुझे इससे प्रतिशोध की भावना आ गई।”
श्राप देने वाले थे अनुपम खेर
एक्टर ने आगे बताया, “मैं 6 महीने से बूढ़े आदमी का किरदार निभाने की तैयारी और रिहर्सल कर रहा था। धोती-कुर्ता पहना करता था। बूढ़े लोगों को ऑब्जर्व करने की कोशिश करता था। लकड़ी पकड़कर चलता था। हम 1 जनवरी को शूट करने वाले थे, लेकिन 20 दिसंबर को मेरे दोस्त ने मुझे यह बताया कि उसने राजश्री प्रोडक्शन में अफवाह सुनी है कि मैं यह फिल्म नहीं कर रहा हूं।”
“इसके बाद मैं कैब लेकर उनके घर गया। उन्होंने इस बात को सीरियस लेने के लिए मेरी तारीफ की। मैंने उनसे खिड़की से बाहर कार की ओर देखने के लिए कहा, जहां पर मेरा सामान रखा हुआ था। मैंने कहा कि जाने से पहले मैं उन्हें बताना चाहता था कि वह कितने धोखेबाज हैं। मैं उनसे अपनी आखिरी बात कहना चाहता था। मैं उन्हें एक ब्राह्मण होने के नाते श्राप देने वाला था।”
इस बात से महेश भट्ट काफी इंप्रेस हुए और उन्होंने राजश्री प्रोडक्शन को साफ कह दिया कि वे सिर्फ अनुपम खेर के साथ ही काम करेंगे। सारांश फिल्म के बाद ही अनुपम ने एक हफ्ते के अंदर 57 फिल्में साइन की थीं।