आलेख : छत्तीसगढ़ में सबको सस्ती बिजली
किसी देश या राज्य के जीवन स्तर का अंदाजा वहां के निवासियों द्वारा की जाने वाली विद्युत खपत के देखकर लगाया जाता है। विकसित देशों में प्रति व्यक्ति विद्युत की खपत बहुत ज्यादा होती है। देश में पावर हब की पहचान बना चुके छत्तीसगढ़ में लगातर प्रति व्यक्ति विद्युत खपत में बढ़ोत्तरी हो रही है। नई राज्य सरकार ने यहां के लोगों के जीवन स्तर में तेजी से बदलाव और विद्युत सुविधाओं का लाभ दिलाने के लिए विद्युत अधोसंरचना को न सिर्फ मजबूत बनाया है, वहीं आम जन के लिए सस्ती बिजली की उपलब्धता भी सुनिश्चित की है।
राज्य में नई सरकार के गठन के बाद अपने घोषणा पत्र में किए गए वायदे के अनुरूप मार्च 2019 से हाफ बिजली बिल योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को जीवन स्तर में परिवर्तन आया है। इस योजना में घरेलू उपभोक्ताओं को 400 यूनिट तक की बिजली की खपत पर बिजली बिल की राशि में विद्युत दर पर आधी छूट दी जा रही है। इस योजना में लगभग 40 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को लगभग 2222 लाख रूपए की छूट अब तक दी गई है। पिछले तीन सालों में विद्युत वितरण कम्पनियों ने नागरिक सेवाओं में भी काफी सुधार किया है। मोर बिजली एप के माध्यम से विद्युत देयकों के भुगतान तथा शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई की जाती है। इस नई सुविधा का लाभ लगभग 60 लाख विद्युत उपभोक्ताओं को मिल रहा है। इसके अलावा अत्याधुनिक केन्द्रीकृत काल सेन्टर भी बनाया गया है।