रायपुर : श्रीमती प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन कर रहे हैं

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रायपुर : श्रीमती प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन कर रहे हैं

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रायपुर : श्रीमती प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन कर रहे हैं

 

नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन, कांकेर

नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन, कांकेर

नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन, कांकेर

श्रीमती प्रियंका गांधी एवं मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल नगरीय निकाय एवं पंचायती राज महासम्मेलन परिसर में लगाए गए  विभिन्न विभागीय स्टॉलों पर अवलोकन कर रहे हैं ।

उन्होंने LWE से प्रभावित क्षेत्र के  कनेक्टिविटी क्रांति के मॉडल का अवलोकन किया। जिसके तहत विगत 5 वर्षों में यहां 4599 किलोमीटर लम्बी 1460 सड़क बनाई गई है। जो बस्तर कोंडागांव, कांकेर, दंतेवाड़ा, सुकमा, नारायणपुर और बीजापुर को जोड़ती है।

सरकार की विशेष योजना के तहत जिले में थर्ड जेंडर के 8 लोगों को आरक्षक की नौकरी भी दी गई है। श्रीमती गांधी ने थर्ड जेंडर आरक्षक रतनू, दिव्या निषाद और सूरज कुमार से चर्चा की और सरकार की इस योजना की सराहना की।

स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल की छात्राओं ने श्रीमती गांधी का स्वागत बांस से बनी माला पहनाकर किया। कक्षा 11वीं और 12वीं में पढ़ने वाली छात्राओं ने श्रीमती गांधी के साथ फोटो भी खिंचाई। श्रीमती गांधी ने छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए उन्हें ऑल द बेस्ट एवं वी आर प्राउड ऑफ़ यू, भी कहा।

श्रीमती गांधी ने हब एंड स्पोक मॉडल हमर लैब का अवलोकन किया। यहां लैब में संचालित गतिविधियों की जानकारी ली।

अतिथियों ने स्वास्थ्य विभाग के स्टॉल का अवलोकन किया।उन्होंने मलेरिया मुक्त बस्तर अभियान की सराहना की। इस अभियान को आठ चरणों में चलाया गया, जिससे धनात्मक प्रकरणों, मृत्यु दर और एपीआई दर में बड़ी कमी आई है।

अतिथियों ने बस्तर संभाग के परंपरागत कला स्टॉल का भी अवलोकन किया। यहां हाथ करघा बुनाई प्रशिक्षण केंद्र में पिछले तीन वर्षों में 105 महिला समूह को प्रशिक्षण देकर रोजगार से जोड़ा गया है।
इस बीच श्रीमती गांधी ने चरखा चलाकर सूत भी काटा और माटी कला के स्टॉल में दिया में कलात्मक रंगाई भी की।

उन्होंने उत्तर बस्तर की प्रसिद्ध कला बेल मेटल से तैयार उत्पादों का अवलोकन किया। यहां महिला समूह को बेल मेटल के माध्यम से स्व-रोजगार से जोड़ा गया है।

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