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CG Election 2023: चुनावी रणभूमि में डिजिटल वार को तैयार राजनीतिक पार्टियां, इंटरनेट मीडिया पर होगा मुकाबला

रायपुर Raipur News: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के लिए राजनीतिक दलों का डिजिटल वार रूम तैयार हो गया है। इस बार का चुनाव जितना जमीन पर लड़ा जाएगा, उससे कहीं ज्यादा इंटरनेट मीडिया पर मुकाबला होगा। दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियां कांग्रेस और भाजपा ने यहां अपना डिजिटल वार रूम तैयार कर लिया है। इसके अलावा थर्ड फ्रंट मोर्चा में आम आदमी पार्टी, छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस व अन्य दलों ने भी वाट्सएप ग्रुप बनाकर लोगों को जोड़ने की मुहिम बढ़ा दी है।

इन वार रूम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ दिल्ली, मुंबई, पुणे जैसे शहरों से तकनीकी विशेषज्ञों में इंजीनियरों और प्रोफेशनल्स को तैनात किया गया है, जो हर एक मुद्दे पर इंटरनेट मीडिया में हमला करने को तैयार हैं और कर भी रहे हैं। इसके अलावा विभिन्न आइटी कंपनियों से भी सेवाएं ली जा रही हैं। इंटरनेट मीडिया मार्केटर, डिजिटल मार्केटिंग मैनेजर, इन्फ्लुएंसरों, कंटेंट रणनीतिकारों की भूमिका डिजिटल प्रचार से बढ़ गई है।

कांग्रेस का वार रूम: राजधानी में एक कांग्रेस का एक वाररूम हैं। यहां कंटेट क्रिएशन किया जा रहा है। संगठन के माध्यम से 20 हजार वाट्सएप ग्रुप बनाए गए हैं। ट्वीटर के लिए मुद्दों को ट्रेंड करते हैं। कांग्रेस के सभी 28 प्रकोष्ठों, जिला कांग्रेस और ब्लाक कांग्रेस कमेटी के समन्वय से काम करती हैं। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी आइटी सेल एवं सोशल मीडिया के प्रदेश अध्यक्ष जयवर्धन बिस्सा ने बताया कि इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रदेश के 30 लाख लोगों तक पहुंच चुके हैं। इस लक्ष्य को 60 लाख लोगों तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में करीब 90 लाख यूजर हैं। इनमें वाट्सएप, फेसबुक, इंस्ट्राग्राम और ट्वीटर के यूजर भी शामिल हैं।

इस तरह कांग्रेस का डिजिटल वाररूम कर रहा काम

पहला: राज्य सरकार की योजनाओं का प्रचार कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाना।

दूसरा: 15 वर्ष की पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार को लेकर प्रचार करना।

तीसरा: केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ विफलता के लिए प्रचार-प्रसार करना।

चौथा: फेक न्यूज मानिटिरंग सेल के माध्यम से सही जानकारी लोगाें तक पहुंचाना ।

इस तरह संगठन में मानिटरिंग:

छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी आइटी सेल एवं सोशल मीडिया में प्रदेश के 32 पदाधिकारियों की प्रदेश स्तर के सदस्य हैं। 11 लोकसभा सदस्य और उनके साथ कम से कम दो उपाध्यक्ष, चार महासचिव, पांच सचिव और पांच सह-सचिव नियुक्त किए गए हैं। इसी तरह जिला स्तर पर 33 जिलों में जिलाध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव, सचिव व सह -सचिव के अलावा 90 विधानसभा अध्यक्ष हैं और उनके अधिनस्थ पदस्थ हैं।

विधानसभा स्तर पर भाजपा ने बनाई टोली

प्रदेश भाजपा सोशल मीडिया प्रदेश सह -संयोजक मिथुल कोठारी ने बताया कि विधानसभा स्तर पर 10 सदस्यीय टोली है। इसके अलावा जिला स्तर पर टोलियां बन चुकी है। अभी की स्थिति में इंटरनेट मीडिया के माध्यम से 50 लाख लोगों तक जुड़ चुके हैं। भाजपा इंटरनेट मीडिया में यूट्यूब, फेसबुक, लिंक्डइन, इंस्टाग्राम , जीमेल, वाट्सएप मैसेज ग्रुप, टेलीग्राम, सिग्नल और ट्विटर का प्रयोग प्रचार के लिए शुरु किया है। किस प्रकार के प्रचार का कौन-सा पोस्टर, वीडियो या कौन-सा कंटेंट दिखाना है, प्लान करके वोटर को डिजिटल के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। जुलाई में भाजपा ने 645 पोस्ट इंटरनेट मीडिया पर डाली। इसमें एक लाख 21 हजार 810 आम लोगों ने दूसरों को भी साझा किया। प्रति पोस्ट का औसत शेयर 200 ज्यादा हैं। कुछ पोस्ट को तीन हजार से अधिक लोग शेयर कर रहे हैं।

भाजपा के तीन एजेंडे

पहला: राज्य कांग्रेस सरकार की विफलताओं का प्रचार।

दूसरा: भाजपा के 15 वर्ष के कामकाज की उपलब्धियां ।

तीसरा: केंद्र की योजनाओं को लेकर इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट जारी करना है।

हर गांव तक पहुंची आप:

छत्तीसगढ़ में 20,126 गांव हैं। आप के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी का दावा है कि हर गांव में एक एडमिन बनाकर वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आप पार्टी के गारंटी कार्ड को पहुंचाया जा रहा है।छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस (जे) ने भी डिजिटल वार को लेकर जिलों से विकासखंड स्तर और बूथ स्तर तक के युवाओं को इंटरनेट के माध्यम से जोड़ा है।

 

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