बिलासपुर: पुलिस के संग घरवाले कर रहे थे गुमशुदा जीजा की तलाश, साले ने हत्या कर कोरबा के जंगल में जलाई लाश
बिलासपुर. प्रेम संबंध और उसके बाद आपसी रंजिश के कारण तीन युवकों ने मिलकर एक को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिला अंतर्गत सरकण्डा थाना क्षेत्र में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, आरोपियों ने मृतक की पहले हत्या की और बाद में शव को कोरबा जिले के पाली थाना क्षेत्र के जंगलों में ले जाकर आग लगा दी। इस पूरे मामले में पुलिस की टीम कड़ी दर कड़ी जोड़ महज 24 घंटे में आरोपियों तक पहुंचने का दावा कर रही है।
मामले का खुलासा करते हुए एएसपी सिटी उमेश कश्यप और सीएसपी स्नेहिल साहू ने बताया कि घटना की रात मृतक महेंदल पटेल आरोपियों ने बिलासपुर के लगरा स्थित आरटीओ ऑफिस के पास ही आरोपी ने बुलाया। जैसे ही मृतक अपनी बाइक से पहुंचा आरोपियों ने विवाद शुरू कर रामकुमार और चंदू व साथी ने पास में रखे लोहे के रॉड से सिर, पेट व शरीर के अन्य जगहों पर ताबड़तोड़ वार कर दिए। मौक़े पर ही मृतक क़ी मौत हो गई। उसकी बाइक को आरोपियों ने लगरा नदी में ठिकाने लगाया और कार में बॉडी को डालकर पाली थाना क्षेत्र के चैतुरगढ़ लाफा जंगल ले गए और पेट्रोल डालकर शव को जला दिया। पुलिस के अनुसार, आरोपियों का मोटिव शव की पहचान को छुपाना था मगर रात के अंधेरे में शव ठीक से जल नहीं पाया और आरोपी वहीं से फरार हो गए। इघर घटना के बाद मृतक के परिजनों के द्वारा दर्ज कराई गई मिसिंग रिपोर्ट के आधार पर पुलिस महेंदल पटेल की तलाश में लगी ही थी।
पुरानी रंजिश, प्रेम संबंध बना हत्या का कारण
पुलिस को मृतक की किसी से खास दुश्मनी या झगड़े की जानकारी नहीं मिली थी, इसीलिए सरकंडा पुलिस ने तत्काल गुम शख्स के मोबाइल कॉल की जानकारी साइबर सेल से प्राप्त की। दूसरे दिन दोपहर में जैसे ही सीडीआर पुलिस के हाथ लगा पुलिस ने अंतिम समय पर कॉल करने वालों की जानकारी ली। जिसके बाद कड़ी दर कड़ी जोड़ पुलिस ने चंदू पटेल, रामकुमार पटेल और राहुल पटेल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो सारा मामला सामने आ गया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मृतक रिश्ते में उनका जीजा लगता था और और पुरानी रंजिश वह प्रेम संबंध समेत अन्य कारणों के चलते तीनों ने मिलकर असम मौत के घाट उतार दिया।