भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने बीते बुधवार अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद एक लंबा ट्वीट कर राज्य सरकार को निशाना बनाया
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आज़ाद ने बीते बुधवार अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के बाद एक लंबा ट्वीट कर राज्य सरकार को निशाना बनाया l आज़ाद ने लिखा , “कल घात लगाकर मेरे ऊपर किए गए जानलेवा हमले की निंदा करने और मेरे प्रति संवेदना प्रकट करने वाले मित्रों, नेताओं व शुभचिंतकों का दिल से आभार प्रकट करता हूं. कल की तरह की घटना आज भले ही मेरे साथ घटी है लेकिन आगे किसी भी समय ऐसी घटनाएं किसी भी दूसरी राजनीतिक पार्टियों के प्रमुखों और उनके समर्थकों के साथ घट सकती है.”
आज़ाद ने इन हालातों के लिए राज्य सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया है. उन्होंने लिखा, इसकी दो वजहें हैं. पहला ये कि उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था लगातार बद से बदतर होती जा रही है और दूसरा ये कि सरकार अपराधियों को जाति और धर्म के आधार पर प्रश्रय देकर उसे संरक्षण प्रदान कर रही है जिससे सरकार समर्थित अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. उनको आज न तो कानून का भय है और न ही पुलिस का l
इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि अगर उन पर हमला हो सकता है तो दलितों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों पर होने वाले अत्याचारों की कल्पना भी नहीं की जा सकती. उन्होंने लिखा, आज भारत के लोकतांत्रिक मूल्य और बाबा साहेब का संविधान दोनों ही खतरे में हैं. जब सरकार समर्थित बेखौफ घूमते अपराधी मेरे जैसे राजनेताओं की आवाजों को खामोश करने के लिए हमले कर सकते हैं, खुलेआम कई राउंड गोलियां चला सकते हैं तो इस प्रदेश की बहू- बेटियां, दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यकों के ऊपर कितना जुल्म और अत्याचार किया जा रहा है इसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते.
सत्ता के नशे में लोग इतने पागल हो गए हैं कि ये अपने विरुद्ध उठने वाली आवाजों को मिटा देने पर तुले हैं. पहले ये लोग इसके लिए ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स अधिकारियों का दुरुपयोग किया करते थे, फिर फेक पुलिस एनकाउंटर करवाने लगे और अब तो विपक्षी नेताओं को खत्म करने के लिए सरकार समर्थित अपराधी सीधे बंदूक-गोलियों से हमले करने लगे हैं. वो भूल रहे हैं कि भारतवर्ष का इतिहास हमारे पूर्वजों की कुर्बानियों से भरा पड़ा है. वो भूल रहे हैं कि आज भी हमारा बहुजन समाज बिना डरे सीमाओं पर अपनी जान देकर इस देश की रक्षा में जुटा है. मैं भी उसी समाज का एक हिस्सा हूं. इसलिए आप चंद्रशेखर को गोली और बंदूकों से न तो झुका सकते हैं न डरा सकते हैं और न ही डिगा सकते हैं. मेरा 56 इंच का सीना असली है नकली नहीं.
मेरे ऊपर हुआ जानलेवा हमला सरकार की विफलता है क्योंकि प्रदेश की जनता की सुरक्षा सरकार की जिम्मेदारी होती है और मैं भी प्रदेश का एक जिम्मेदार नागरिक हूं. बीजेपी राज्य में बेखौफ अपराधियों को संरक्षण देने की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकारते हुए मुख्यमंत्री जी को तत्काल प्रभाव से त्यागपत्र दे देना चाहिए.