राहुल गांधी मणिपुर की राजधानी इंफाल में पुलिस की ओर से रोके जाने के बाद हेलीकॉप्टर के ज़रिए चुराचांदपुर पहुच राहत शिविरों में रह रहे हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाक़ात की
Report manpreet singh
Raipur chhattisgarh VISHESH कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर की राजधानी इंफाल में पुलिस की ओर से रोके जाने के बाद हेलीकॉप्टर के ज़रिए चुराचांदपुर पहुंच गए हैं. समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़, राहुल गांधी ने यहां पहुंचकर राहत शिविरों में रह रहे हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाक़ात की कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा है कि ये राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा का विस्तार है.उन्होंने कहा, राहुल गांधी मणिपुर में अपनी भारत जोड़ो यात्रा को जारी रखने के लिए पहुंचे हैं. लेकिन उन्हें रोक दिया गया. वहीं विष्णुपुर की क़ानून व्यवस्था पर स्थानीय पुलिस अधीक्षक हेसनाम बलराम सिंह ने कहा है कि ‘क़ानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए हमने उन्हें आगे नहीं जाने दिया है,और चूड़ाचांदपुर तक हेलीकॉप्टर के ज़रिए पहुंचने की सलाह दी है. राहुल गांधी जिस हाईवे से होकर गुज़रने वाले हैं, वहां ग्रेनेड हमला होने की संभावना है. उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ही हमने उन्हें आगे जाने की इजाज़त नहीं दी है.
मणिपुर के बिष्णुपुर इलाके में राहुल गांधी का काफ़िला रोके जाने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प होने की ख़बरें आ रही मौके की कई तस्वीरें सामने आ रही है जिनमें एक ओर पुलिस की बैरिकेडिंग और दूसरी ओर आम महिलाएं और पुरुष नज़र आ रहे , स्थानीय लोगों के साथ झड़प के बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोलों का इस्तेमाल भी किया गया l
मणिपुर कांग्रेस के अध्यक्ष के मेघचंद्र ने कहा है कि ‘लोग राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए सड़कों पर खड़े हैं.लेकिन बिष्णुपुर एसपी, एएसपी, एडीएम और दूसरे पुलिस अधिकारी सड़कों को रोक रहे हैं. मैंने सुना है कि मणिपुर के मुख्यमंत्री की ओर से मिले आदेश के तहत सड़कों को रोका जा रहा है.वे इसका राजनीतिकरण कर रहे हैं. वे सिर्फ़ ये कह रहे हैं कि क़ानून व्यवस्था ठीक नहीं है और हमें आगे बढ़ने से रोक रहे हैं.”
राहुल गांधी अपने दो दिवसीय दौरे पर गुरुवार को मणिपुर पहुंचे हैं. उन्हें सड़क मार्ग से होते हुए मणिपुर के हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाक़ात करनी थी. लेकिन राज्य सरकार ने क़ानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उनके काफ़िले को बिष्णुपुर में ही रोक दिया.
इसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन किया. और पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे. बिष्णुपुर के पुलिस अधीक्षक हेसनाम बलराम सिंह ने समाचार एजेंसियों को बताया है कि उनकी ओर से राहुल गांधी को हेलीकॉप्टर के ज़रिए चुराचांदपुर जाने की सलाह दी गयी थी क्योंकि सड़क मार्ग पर ग्रेनेड से हमला किए जाने की आशंका थी. मणिपुर पिछले 55 दिनों से हिंसा का सामना कर रहा है और चुराचांदपुर सबसे ज़्यादा हिंसा प्रभावित इलाक़ों में से एक है.