कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की सरेआम हत्या : सुरक्षा चूक पर तीन सदस्यीय कमेटी का गठन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के एक कोर्ट में गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा की हत्या के बाद अदालत परिसर में सुरक्षा चूक पर एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है.

संजीव जीवा आईएस गैंग नंबर वन का मुख्य सदस्य और मुखिया रहा है. उस पर कई गंभीर ममाले दर्ज थे. ये पश्चिमी उत्तर प्रदेश, लखनऊ के आसपास के इलाके में सक्रिय था.संजीव जीवा का नाम पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या और पूर्व मंत्री ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में मामले में सामने आ चुका है.

प्रशांत कुमार ने बताया कि दो मामलों में उसे आजीवन कारावास की सज़ा मिली थी. साल 2003 से वो जेल में था. उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून एवं सुरक्षा) प्रशांत कुमार ने इस ममाले की विस्तृत जानकारी दी है.

उन्होंने बताया :

*लखनऊ के न्यायालय परिसर में 3.50 से 3.55 के बीच संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा जो गोमतीनगर में हुए साल 2015 के हत्या और एससी-एसटी एक्ट के मामले में अभियुक्त था.

*उसे लखनऊ ज़िला जेल से एक पुलिस दस्ते के साथ पेशी के लिए लाया गया था.

*एससी-एसटी कोर्ट में जैसे ही वह गवाही के लिए दाखिल हुआ उस पर वकील के भेष में एक शख़्स ने गोली चला दी.

* इस फ़ायरिंग के दौरान संजीव माहेश्वरी ज़ख्मी हुआ और दो हेड कॉस्टेबल कमलेश और लाल मोहम्मद को भी चोट आई.

“कोर्ट के बरामदे में एक महिला अपने ससुर की ज़मानत के लिए आई थी. उसकी डेढ़ साल की बच्ची को भी चोट आई है. महिला भी घायल है.

* इलाज के दौरान संजीव जीवा की मौत हुई है.

*दोनों हेड कॉस्टेबल और महिला ख़तरे के बाहर हैं. बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है.

*राज्य सरकार की ओर से ज़ख्मी लोगों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा देने के निर्देश हैं.

*संजीव जीवा पर गोली चलाने वाले शख़्स को पकड़ा गया है, उसे भी चोट आई है और उसका भी इलाज चल रहा है.

*पुलिस ने बताया कि गोली मारने वाले का नाम विजय यादव उर्फ़ आनंद यादव है. विजय यादव सुल्तानपुर का रहने वाला है.

*इस शख़्स पर भी दो केस हैं. जिसमें से एक पॉक्सो एक्ट का मामला है और वह जेल में भी रह चुका है.

*एडीजी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा कि राज्य सरकार तीन सदस्यीय कमेटी बना रही है जो ये देखेगी कि अदालत परिसर में ये घटना कैसे मुमकिन हुई.

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