कोण्डागांव : मानसिक स्वास्थ्य एवं बाल संरक्षण पर युवोदय कोंडानार चैम्प स्वयंसेवियों की कार्याशाला हुई सम्पन्न
आओ बात करें‘ के अंतर्गत स्वयंसेवकों सहित आंगनबाड़ी कार्यक्रताओं एवं मितानिनों को दिया गया प्रशिक्षण
कोण्डागांव: जिला प्रशासन, यूनिसेफ और छत्तीसगढ़ एग्रिकॉन के संयुक्त तत्वावधान में सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य एवं बाल संरक्षण पर ‘युवोदय कोंडानार चैम्प‘ स्वयंसेवकों हेतु 12 से 13 जनवरी तक कलेक्टेªट सभा कक्ष में ‘आओ बात करें‘ के अंतर्गत दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी थी। इस कार्यशाला के समापन समारोह में कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा एवं जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा भी शामिल हुए जहां कलेक्टर ने सभी स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया।
इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़ एग्रिकॉन की परियोजना समन्वयक दानिश खातून हुसैन, जिला समन्वयक बिलासपुर योगेश पुरोहित, यूनिसेफ कोण्डागांव जिला समन्वयक सिमरन धंजल, जिला समन्वयक अशोक पाण्डेय एवं विकासखंड समन्यवयकों द्वारा स्वयंसेवकों को जानकारी देते हुए उन्हें विभिन्न चुनौतियों के संबंध में बताया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 180 स्वयंसेवकों सहित आंगनवाडी कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों ने भी हिस्सा लिया। जिसमें स्वयंसेवकांे को सामुदायिक मानसिक स्वास्थ्य एवं बाल संरक्षण पर प्रशिक्षण दिया गया ताकि वे अपने क्षेत्रों में जा कर गांव एवं समुदाय के लोगों को मानसिक स्वास्थ्य के संबंध में जागरूकता प्रसार के साथ मानसिक रोगियों की सहायता कर सकें।
इसके साथ उन्हें शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य में अंतर एवं मानसिक स्वास्थ्य हेतु कार्य एवं रोगियों की पहचान की जानकारी देते हुए समुदाय को जागरूक करने को कहा गया। इस दौरान स्वयंसेवकों को मानसिक रूप से अस्वस्थ लोगों, बच्चों, युवाओं, महिलाओं एवं वृद्ध सभी वर्गों के लोगों के साथ व्यवहार, उनके उपचार के साथ स्वस्थ्य हाने वाले लोगों के समाजीकरण के लिए कार्य करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम जिले के 4 विकासखंड के विभिन्न गांव में किया जा रहा है ।
इस अवसर पर कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने बताया कि युवोदय के द्वारा जिले में पहली बार एक ऐसा मंच तैयार किया गया है जिसके द्वारा ग्राम के युवा तथा ग्राम के नागरिक स्वयंसेवक बनकर प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर गांव के लोगों की विभिन्न समस्याओं का समाधान गांव स्तर में कर सकेंगे। इसके साथ ही स्वयंसेवी लोगों को कोविड़ टीकाकरण, वृद्धापेंशन, स्वच्छता, स्कूल शिक्षा, मानसिक स्वास्थ्य हेतु जागरूकता प्रसार आदि योजना से भी जोड़ने का कार्य कर सकेंगे। इन सभी के प्रयासों से गांव स्वस्थ एवं विकसित होंगें जिससे जिला भी स्वस्थ्य एवं विकसित होगा।
प्रशिक्षण में जिला पंचायत सीईओ प्रेम प्रकाश शर्मा ने बताया कि लोगों को मानसिक स्वास्थ्य पर जागरूक करने के लिये स्वयंसेवकों को यह प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। स्वयंसेवक जागरुकता के साथ-साथ लोगों को विभिन्न शासकीय योजनाओं से जोड़ने का कार्य करेंगें। लोगों के मानसिक स्वास्थ्य पर काम करने की जरूरत है ताकि लोग मानसिक रूप से स्वस्थ हों। इस कार्यशाला में जिला कार्यक्रम प्रबंधक सोनल ध्रुव, डीएमएफटी से कार्यक्रम प्रबंधक राजशेखर रेड्डी भी उपस्थित थे।