बैसाख पूर्णिमा पर पहला चंद्र ग्रहण, कुल 4 घंटे 15 मिनट का होगा चंद्र ग्रहण
इस साल का पहला चंद्रग्रहण वैसाख पूर्णिमा के दिन यानी 5 मई की रात को लगेगा और मध्य रात्रि के बाद चंद्रग्रहण समाप्त होगा। इस चंद्रग्रहण को आरंभ से लेकर अंत तक देखा जा सकेगा। 5 मई की रात में लगने वाला चंद्रग्रहण सामान्य चंद्रग्रहण नहीं है, बल्कि यह एक उपछाया चंद्रग्रहण है। ऐसे में ग्रहण के दौराण चंद्रमा को धूमिल अवस्था में देख पाएंगे। पूर्णमासी पर उपछाया चंद्रग्रहण है जिसे ग्रहण नहीं माना जाता। यह एक नैसर्गिक खगोलीय घटना है जिसमें चंद्रमा की छाया पड़ती है। ऐसे में इसका कोई प्रभाव नहीं होता। लेकिन चंद्रमा का कोई भी भाग कटा हुए दिखाई नहीं देगा। साल का प्रथम चन्द्रग्रहण रात्रि 8:30 से 12:30 बजे तक देखा जा सकेगा। भारतीय समयानुसार चंद्रग्रहण रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरु होगा और रात में करीब 1 बजकर 2 मिनट पर समाप्त होगा। चंद्रग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 15 मिनट होगी।
इसकी जानकारी देते हुए तीनों विज्ञानविद्य ने कहा कि चन्द्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है। चन्द्रमा और सूर्य के बीच में पृथ्वी के आ जाने की खगोलीय घटना को ही चन्द्र ग्रहण कहते हैं।5 मई को लगने वाला चंद्र ग्रहण यूरोप, मध्य एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, अटलांटिका, हिंद महासागर और अंटार्कटिका के कुछ क्षेत्रों में दिखाई देगा।