एनआरएलएम, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और जीडीआई की टीम ने मल्टी यूटिलिटी सेंटर, बिहान कैफेटेरिया, मिलेट कैफे और रीपा का किया भ्रमण

सामाजिक समावेशन और आजीविका संवर्धन के लिए ‘बिहान’ द्वारा किए जा रहे कार्यों को सराहा, कहा ग्रामीण अर्थव्यवस्था की मजबूती, महिलाओं व सामुदायिक संगठनों को आत्मनिर्भर बनाने हो रहा महत्वपूर्ण काम

सेरीखेड़ी सीएमटीसी में लोकोस एप्लीकेशन ट्रेनिंग एवं मॉडल क्लस्टर रणनीति का लिया जायजा

रायपुर.

मल्टी यूटिलिटी सेंटर, बिहान कैफेटेरिया, मिलेट कैफे और रीपा का किया भ्रमण

नई दिल्ली से आई राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और जीडीआई (Governance Development Initiatives) की टीम ने रायपुर के सेरीखेड़ी स्थित मल्टी यूटिलिटी सेंटर तथा समुदाय प्रबंधित प्रशिक्षण केंद्र (सीएमटीसी) का भ्रमण किया। टीम ने सीएमटीसी में लोकोस एप्लीकेशन ट्रेनिंग का जायजा लिया और प्रतिभागियों से इसके क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की। टीम ने ग्राम टेमरी में बिहान कैफेटेरिया, मिलेट कैफे और रीपा (Rural Industrial Park) का भी अवलोकन किया। भ्रमण दल में एनआरएलएम, नई दिल्ली के नेशनल मिशन मैनेजर श्री प्रभात कुमार, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के उप निदेशक श्री हरीश अय्यर, सुश्री अनायता सिंह, श्री प्रशांत कुमार और श्री अंकित जैन शामिल थे।

सेरीखेड़ी सीएमटीसी में लोकोस एप्लीकेशन ट्रेनिंग एवं मॉडल क्लस्टर रणनीति का लिया जायजा

एनआरएलएम की राष्ट्रीय मिशन प्रबंधन इकाई, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और जीडीआई की टीम के सदस्यों ने सेरीखेड़ी के समुदाय प्रबंधित प्रशिक्षण केंद्र में सामुदायिक संगठनों के लेन-देन को डिजिटल बनाने के लिए तैयार किए गए लोकोस एप्लीकेशन पर ई-बुक कीपर एवं मिशन स्टॉफ को दिए जा रहे प्रशिक्षण का निरीक्षण किया। नेशनल रिसोर्स ऑर्गनाइजेशन (NRO) के मास्टर ट्रेनर्स राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) के स्टॉफ को इसका प्रशिक्षण दे रहे हैं। टीम के सदस्यों ने निरीक्षण के दौरान प्रतिभागियों से लोकोस एप्लीकेशन के क्रियान्वयन पर विस्तृत चर्चा की।

एनआरएलएम, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और जीडीआई की टीम ने सेरीखेड़ी में कल्पतरु मल्टी यूटिलिटी सेंटर में संचालित विभिन्न आजीविका गतिविधियों मशरूम उत्पादन, बेकरी, हस्तकला, साबुन यूनिट, नमकीन यूनिट, हाथकरघा, सिलाई यूनिट, नर्सरी, मछलीपालन, मोतीपालन और कैंटीन का अवलोकन किया। उन्होंने स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित समानों की खरीदी भी की। टीम के सदस्य आरंग विकासखंड के मॉडल क्लस्टर आशा क्लस्टर संगठन, चंदखुरी की कार्यकारिणी समिति की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने कार्यकारिणी के सदस्यों से क्लस्टर संगठन को मानक प्रचालन प्रक्रिया (SOP) के अनुसार संचालित करने, क्लस्टर में निर्णय लेने की प्रक्रिया, वित्तीय प्रबंधन, डॉक्युमेंटेशन, क्लस्टर के अंतर्गत संचालित आजीविका गतिविधियों, समूह के उत्पादों की मार्केटिंग, कार्यालय प्रबंधन, पदाधिकारियों के कार्यों एवं जिम्मेदारियों के निर्वहन के बारे में विस्तार से चर्चा की। टीम ने ‘बिहान’ से जुड़ी महिलाओं के जीवन में आए सामाजिक, आर्थिक और मानसिक बदलाव तथा उनके जीवन स्तर में आए  सकारात्मक परिवर्तनों के बारे में चर्चाकर क्लस्टर संगठनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया। इस दौरान स्वसहायता समूहों की महिलाओं ने अपने कार्यों, आय और अपनी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में आ रहे बदलाव के अनुभव साझा किए।

एनआरएलएम, बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और जीडीआई की टीम ने टेमरी के बिहान कैफेटेरिया (नुक्कड़ कैफे), मिलेट कैफे और रीपा का भी अवलोकन किया। टीम के सदस्यों ने भ्रमण के बाद राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संचालक श्री अवनीश शरण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. गौरव कुमार सिंह और ‘बिहान’ के संयुक्त मिशन संचालक श्री आर.के. झा के साथ बैठक में अपने अनुभव और फीडबैक साझा कर आगामी कार्ययोजना पर चर्चा की। भ्रमण दल के सदस्यों ने ‘बिहान’ के माध्यम से प्रदेश में हो रहे सामाजिक समावेशन और आजीविका के क्षेत्र में इंटीग्रेटेड मॉडल के साथ किए जा रहे विभिन्न पहलों की सराहना कर इन्हें ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती प्रदान करने एवं महिलाओ व सामुदायिक संगठनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण कदम बताया। टीम के भ्रमण के दौरान ‘बिहान’ राज्य कार्यालय से श्री वीकेश अग्रवाल, श्री सतीश ठाकुर तथा रायपुर के डीपीएम श्री विक्रम लोधी भी मौजूद थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button