चिरायु योजना के ‘स्वस्थ बचपन ,सुनहरा भविष्य’ की तर्ज़ पर एक और सफल इलाज़ हुआ संभव
सारंगढ़-बिलाईगढ़, कलेक्टर डॉ फरिहा आलम सिद्दीकी के निर्देशन में चिरायु टीम द्वारा अपने शालेय स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान पाया कि प्राथमिक विद्यालय विशालपुर के कक्षा चौथी में पढ़ने वाले 10 वर्षीय बच्चे कुणाल टंडन को अनडिसेन्डेड टेस्टिस की समस्या थी। इस समस्या में वृषण, अंडकोष की थैली में जन्म के बाद से नहीं उतरते हैं। इसका एकमात्र इलाज ऑपरेशन ही है। अतः टीम के द्वारा जांच उपरांत कुणाल को चिरायु रिफर आईडी – 1030711364 से जिला अस्पताल रायगढ़ रिफर किया गया। 17 फरवरी 2023 को पुनः चिरायु टीम के द्वारा कुणाल के स्कूल जाकर शिक्षकों की सहायता से उसके माता पिता से मुलाकात करके उन्हें निशुल्क उपचार हेतु प्रेरित किया गया। तत्पश्चात 15 मार्च 2023 को चिरायु टीम के डॉ. बद्री विशाल पंकज द्वारा कुणाल को जिला अस्पताल रायगढ़ में भर्ती कराया गया, जहां सभी प्रकार के जांचोपरांत 20 मार्च 2023 को कुणाल का सफल आपरेशन किया गया। आपरेशन उपरांत अब कुणाल ठीक है। चिरायु टीम के द्वारा कुणाल के स्वास्थ्य की सतत जानकारी ली जा रही है। “स्वस्थ बचपन सुनहरा भविष्य” की तर्ज़ पर छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम “चिरायु” ने एक और सफल इलाज़ कराकर एक जरूरतमंद बच्चे कुणाल को उत्तम स्वास्थ्य प्रदान किया है।
कुणाल के इस सफल आपरेशन में जिला सारंगढ़ बिलाईगढ़ के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एफ आर निराला, खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ सिदार एवं जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री इजारदार का मार्गदर्शन रहा। चिरायु योजना के नोडल डॉ पी डी खरे, चिरायु टीम के डॉ बद्री विशाल पंकज, डॉ बबीता पटेल, डॉ प्रभा सारथी, डॉ नम्रता मिंज, फार्मासिस्ट हिंगलेश्वरी कुर्रे, योगेश्वर चंद्रम एवं एएनएम मोंगरा कंवर के अथक प्रयास से कुणाल का निशुल्क उपचार संभव हो सका। सम्बन्धित दानसरा क्षेत्र के आरएचओ विकास चौहान, सीएचओ नीमा ने भी इस सफल कार्य में अपना योगदान दिया है। कुणाल के परिवार वालो ने चिरायु टीम का आभार व्यक्त किया। इस प्रकार के ऑपरेशन में लाख रुपए का खर्च संभव था, लेकिन आयुष्मान भारत के तहत चिरायु योजनानुसार यह पूर्णतः निःशुल्क हुआ है। कुणाल और उसके परिवार वाले सरकार के इस कार्य से खुश हैं।