छत्तीसगढ़-राजस्थान के डाेम में दिखी कांग्रेस सरकार की उपलब्धियों का झलक
रायपुर. छत्तीसगढ़ के साथ बड़े राज्य के रूप में राजस्थान में भी कांग्रेस की सरकार है। ऐसे में जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का पहली बार राष्ट्रीय अधिवेशन हुआ ताे यहां पर कांग्रेस के महाधिवेशन के नवा रायपुर के स्थल में एक तरफ जहां दो बड़े डोम में छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं को लेकर प्रदर्शनी लगाई गई है, वहीं राजस्थान की कांग्रेस सरकार की प्रदर्शनी लगाने के लिए भी बड़ा डोम बना है। इस डोम में भारी तामझाम नजर आ रहा है। यहां पर राजस्थान सरकार की उपलब्धियों और योजनाओं की जानकारी देने के लिए डोम के चारों तरफ बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाई गई है। छत्तीसगढ़ सरकार की प्रदर्शनी दो डोम में लगी है। इसमें राज्य सरकार की कई योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई है। इसी के साथ राज्य में बनने वाले कई तरह के उत्पाद भी प्रदर्शनी में है। इनको बेचा भी जा रहा है।
कांग्रेस की इस समय सबसे बड़े राज्य के रूप में छत्तीसगढ़ और राजस्थान में सरकार है। ऐसे में जबकि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का महाधिवेशन हो रहा है तो मेजबान छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं को देश भर के सभी राज्यों से आए कांग्रेस के मेहमानों तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शनी लगाई गई है। राज्य सरकार ने अपनी योजनाओं को देश भर में पहुंचाने का मौका राजस्थान सरकार को भी दिया है। उनको एक पूरा बड़ा डोम देकर उनको अपनी योजनाओं की प्रदर्शनी लगाने का अवसर दिया है।
छत्तीसगढ़ की योजनाएं
छत्तीसगढ़ सरकार के दो डोम लगे हैं। इसमें जहां प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी न्याय योजना को लेकर जानकारी दी गई है। वहीं छत्तीसगढ़ के चार चिन्हारी नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी को भी प्रदर्शित किया गया है। गोधन न्याय योजना का भी स्टाल लगाकर इसकी जानकारी दी गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य, शिक्षा, सहित अन्य विभागों के बारे में बताया गया है। राम वन गमन पर्ययन परिपथ की भी प्रदर्शनी लगी है। हर्बल और अन्य उत्पाद भी प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
बस्तर काॅफी का बड़ा क्रेज
प्रदर्शनी स्थल पर बस्तर कॉफी का स्टॉल है। यहां पर एक काफी के 50 रुपए लिए जा रहे हैं, इसके बाद भी इसका बड़ा क्रेज है। भारी संख्या में बाहर के मेहमान बस्तर काॅफी का स्वाद ले रहे हैं। यही नहीं बस्तर कॉफी का सौ ग्राम का पैक सौ रुप में ले भी रहे हैं। बस्तर का काजू आधा किलो पांच सौ में बिक रहा है। इसको भी लोग खरीद रहे हैं। न्य स्टॉलों में भी लोग खरीदारी कर रहे हैं। हाथ करघा के वस्त्र भी खरीदे जा रहे हैं।