कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने आ रहे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा गिरफ्तार
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में कांग्रेस के अधिवेशन में शामिल होने आ रहे पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पवन खेड़ा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन पर एक दिन पहले ही असम पुलिस ने कम्युनल डिस्टर्बेंस और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर दीमापुर में केस दर्ज किया था।
पवन खेड़ा दिल्ली एयरपोर्ट से रायपुर आ रहे थे। वे विमान में बैठ चुके थी लेकिन इस बीच पुलिस के अफसर उन्हें टेकऑफ से ठीक पहले पूछताछ के नाम पर नीचे उतारा। इस घटना के बाद वहां मौजूद कांग्रेस नेताओं ने जमकर प्रदर्शन कर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इंडिगो की प्लेन में मौजूद एक यात्री रंजीत कुमार ने भास्कर को घटना के बारे में बताया। खेड़ा रायपुर जाने के लिए प्लेन में सवार हो चुके थे। इसके बाद स्टाफ ने उन्हें बताया कि उनके खिलाफ DCB का नोटिस है। हजरतगंज थाने में मामला दर्ज होने की बात भी कही गई। इसके बाद उन्हें कहा गया कि आप फ्लाइट से नहीं जा सकते।
पवन खेड़ा के साथ प्लेन में मौजूद अन्य कांग्रेसी नेताओं ने बताया कि पवन खेड़ा प्लेन पर बैठ चुके थे। वह रायपुर जाने ही वाले थे कि तभी टेकऑफ से ठीक पहले डीसीपी लेवल के अधिकारी ने पवन खेड़ा के खिलाफ एक नोटिस जारी कर उन्हें प्लेन से उतरवाया । कहा जाने लगा कि दिल्ली और असम में उनके खिलाफ FIR है और पूछताछ की जाएगी।
इस वजह से पवन खेड़ा पर कार्रवाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पिता पर आपत्तिजनक टिप्पणी करना कांग्रेस नेता और प्रवक्ता पवन खेड़ा को महंगा पड़ गया। उनके विवादित बयान के बाद वाराणसी में दर्जनों की संख्या में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है। बीजेपी का कहना है कि इस तरह की बयानबाजी राहुल गांधी के इशारों पर की जा रही है।
दरअसल, पवन खेड़ा पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी का पूरा नाम बोलते हुए उनके पिता का नाम गलत बोल दिया। एक बार गलत बोलने पर उन्होंने सुधार किया, लेकिन इसके बाद फिर से गलत नाम लेकर तंज किया। इसी बात से गुस्साए बीजेपी के तमाम कार्यकर्ता पुलिस कमिश्नर के आवास पहुंचे और मामले में एफआईआर दर्ज कराई।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पवन खेड़ा की गिरफ्तारी पर बोला हमला
छत्तीसगढ़ में बीजेपी वह राज्य की सरकार को डिस्टर्ब करने की कोशिश कर रही है। ताकि हम ठीक से आयोजन ना कर पाए। इसके लिए हमारे कार्यकर्ता पार्टी के पदाधिकारियों के घरों पर रेड की गई। सरकार को डिस्टर्ब करने के लिए तीन कार्यालयों में फिर से रेड डाली गई। जोकि अभी तक जांच चल रही है। वह अधिकारी कर्मचारी किस हालत में होंगे। यह मेरे लिए बड़ी चिंता की बात है। दूसरी बात यह कि हमारे जो मेहमान आ रहे हैं जो प्रवक्ता हैं। उनको रोका जा रहा है। ऐसा कोई बड़ा अपराध नहीं है जिसके कारण उन्हें प्लेन से उतारा जाए। वह देश से नहीं भाग रहे हैं। इतने बड़े अपराधी नहीं हैं पवन खेड़ा । दिन-रात मीडिया में मौजूद रहते हैं। लेकिन दिल्ली एयरपोर्ट पर प्लेन से उतारा जाने का मतलब है कि, भारतीय जनता पार्टी इस महाधिवेशन से डरी हुई है। किसी न किसी तरीके से इसे डिस्टर्ब करना चाहती है।