महात्मा गांधी ग्रामीण औद्योगिक पार्क (रीपा) तहत…जिला सूरजपुर में समूह की महिलाएं बना रही गोबर से प्राकृतिक पेंट
जिले का एकमात्र गोबर से तैयार करने वाला पहला पेंट इकाई है
गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट में आठ लाभदायी गुण पाए जाते हैं
स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार प्राप्ति के साथ आय में वृद्धि होगी
सूरजपुर, 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के पावन अवसर पर जिला सूरजपुर अंतर्गत ग्राम पंचायत केशवनगर में प्राकृतिक पेंट इकाई का शुभारंभ स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम द्वारा किया गया। इस दौरान कलेक्टर सुश्री इफ्फत आरा व पुलिस अधीक्षक श्री राम कृष्णा साहू, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुश्री लीना कोसम, स्थानीय जनप्रतिनिधि गण सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी व ग्रामीण उपस्थित थे जिनके उपस्थिति में प्राकृतिक पेंट यूनिट का शुभारंभ किया गया। मुख्य अतिथि के सामने महिलाओ ने गोबर से पेंट निर्माण कर दिखाया और सभी ने उसका उपयोग कर उसकी गुणवत्ता की सराहना की।
यह जिले का एकमात्र गोबर से तैयार करने वाला पहला पेंट इकाई है इसमें ग्राम पंचायत में कार्यरत स्वयं सहायता समूह की महिलाएं कार्य कर रही हैं। इसमें पेंट निर्माण में गोबर के 30 प्रतिशत मात्रा का उपयोग कर पेंट तैयार किया जायेगा जिसमे डिस्टेम्पर व इमल्शन दोनों प्रकार के पेंट तैयार किया जयेगा। इसकी क्षमता प्रति शिफ्ट में 500 लीटर पेंट बनाने की है। यह पेंट आमतौर पर मिलने वाले पेंट जैसा ही है। गोबर से निर्मित प्राकृतिक पेंट में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल, पर्यावरण अनुकूल, प्राकृतिक ऊष्मा रोधक, किफायती, भारी धातु मुक्त, अविषाक्त एवं गंध रहित गुण पाये जाते हैं। गुणों को देखते हुये छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समस्त शासकीय भवनों की रंगाई हेतु गोबर से प्रकृतिक पेंट के उपयोग के निर्देश दिये गए हैं। आम तौर पर दुकानों में मिलने वाला पेंट जहां 200 से 600 रूपये तक अलग कंपनियों के होते हैं, इसकी लागत उसके आधे से भी कम आती है। जिला प्रशासन इसकी गुणवत्ता जांच पश्चात सफेद एवं विभिन्न रंग अनुसार इसके दर भी निर्धारित करने की योजना बना रही है। इसके प्राप्त होने वाली आमदनी से निश्चित ही स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार प्राप्त होगा साथ ही साथ आय में वृद्धि का कार्य करेगा
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना रूरल इंडस्ट्रियल पार्क के माध्यम से जिले के चयनित 12 गोठानों में अलग अलग प्रकार के छोटे छोटे उद्योगों को स्थापित किया जयेगा। जिसके माध्यम से स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार देने का कार्य किया जाएगा, जिसमें प्रथम चरण में प्राकृतिक पेंट यूनिट का शुभारंभ किया गया है ।