विश्व धरोहर सिरपुर बचाने 318 वें दिन किसान सत्याग्रह जारी

महिला किसानों ने नारेबाजी के साथ कसा कमर संवैधानिक नियमों का उलंघन कर जिलाधीश महासमुन्द उद्योग का करा रहे हैं अवैध निर्माण,स्टे के लिए अधिवक्ता के माध्यम से लगेगा विधिवत आवेदन देना होगा जबाब-किसान मोर्चा

रायपुर । विश्व धरोहर सिरपुर बचाने,हाईवे स्थिति खैरझिटी,कौंवाझर,मालिडीह के कृषि भूमि,गरीबों का काबिल कास्त भूमि, आदिवासी भूमि,शासकीय भूमि में गैर कानूनी ढंग से करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट लगाने के विरोध में विगत 25 फरवरी 2022 से क्षेत्र के किसानों द्वारा छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले अखण्ड सत्याग्रह चल रहा है।आज अखंड धरना सत्याग्रह के 318 दिन लगभग 25 किसान जवान और महिलाओं ने भाग लिया।आज अखण्ड धरना सत्याग्रह का नेतृत्व युवा किसान नेता तारेंद्र यादव उप सरपंच,नंदलाल पटेल,चमरू राम यादव,तोषण सिन्हा,सुधुराम पटेल,प्यारेलाल धीवर ने किया।आज अखण्ड धरना सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को किसान नेता नंदकिशोर यादव, नंदलाल पटेल,श्रीमती राधबाई सिन्हा,ललीता साहू, श्यामाबाई ध्रुव, रामबाई सिन्हा,फुलेश्वरी यादव, पुनाबाई निषाद,मोहन बाई धीवर आदि ने संबोधित किया।अखण्ड सत्याग्रह में शामिल कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए किसान नेता नेता नंदकिशोर यादव ने कहा कि करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट के समस्त अवैधानिक काला कारनामा उजागर हो रहा है।साथ ही उसके दलाल नौकरशाह लोग सारे कानून कायदा को ताक में रखकर शासन और आम जनता को गुमराह कर रहे हैं।यह सब क्षेत्र के जनता समझ गए हैं।संवैधानिक नियमों का उलंघन कर जिलाधीश महासमुन्द उद्योग का करा रहे हैं अवैध निर्माण स्टे के लिए अधिवक्ता के माध्यम से लगेगा विधिवत आवेदन देना होगा जबाब। नंदलाल पटेल ने कहा कि गैर क़ानूनी ढंग से निर्माणाधीन करणी कृपा स्टील एवं पावर प्लांट उद्योग के खिलाफ इस ऐतिहासिक आंदोलन में अंचल के किसान साथ दे रहें हैं।किसानों की जीत के शुभ दिन नजदीक आते जा रहा है।तारेंद्र यादव ने कहा कि अब हम लोगों को टोली बनाकर छात्र युवा किसानों को भी जोड़ने की जरूरत है।श्रीमती राधबाई सिन्हा ने कहा कि प्रजातंत्र में पुरूष एवं नारी की मतदान में एक समान अधिकार है।उसी प्रकार इस ऐतिहासिक अखण्ड धरना सत्याग्रह में पुरूष किसान एवं महिला किसानों के बीच समान अधिकार है।बल्कि यहाँ की अखण्ड धरना सत्याग्रह में पुरूष किसानों से अधिक दायित्व एवं नेतृत्व महिला किसानों की है।जिसके चलते इतनी लंबी लड़ाई लड़ने के बाद गांधीवादी तरीके से सत्याग्रह सफल है।ललीता साहू ने कहा कि हमारे किसान भाई बहनों ने समर्पित भाव,शांतिपूर्ण एवं धौर्यता से आंदोलन कर रहे हैं,वही इस आंदोलन की सबसे बड़ी सफलता की बात है।

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