रूस-युक्रेन युद्ध: कीव छोड़ हंगरी की ओर भाग रहे स्टूडेंट्स, ​​​​​​​रायगढ़ के 3 भाई-बहन फंसे, कहा- बंद हो सकती है इंटरनेट सेवाएं, सुरक्षित ठिकानों पर जाने के निर्देश

रूस और युक्रेन के बीच शुरू हुई इस जंग में भारत से गए स्टूडेंट सबसे ज्यादा परेशानी में हैं। इनमें छत्तीसगढ़ से भी गए तमाम स्टूडेंट्स हैं। रायगढ़ से MBBS की पढ़ाई करने गए 3 भाई-बहन भी वहां फंस गए हैं। उन्होंने बताया कि अपार्टमेंट छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर जाने के लिए कहा गया है। यह भी बताया कि इंटरनेट सेवाएं भी बंद हो सकती हैं। इसको लेकर भी चेतावनी जारी की गई है। अगर ऐसा होता है तो युद्ध तक फिर से बहाली मुश्किल है।

धरमजयगढ़ के आयुर्वेदिक डॉक्टर खुर्शीद खान की बेटी अलीजा, बेटा शिफा और भतीजा कफील खान तीनों पढ़ाई के लिए यूक्रेन गए हैं। हमले और बमबारी के बाद कफील ने एक वीडियो जारी किया है। इसमें उसने बताया कि बहुत सारे स्टूडेंट कीव के मदान क्षेत्र में रह रहे थे, लेकिन रूस ने एयरपोर्ट पर बमबारी कर दी। इसके बाद सभी लोग जरूरत का सामान और थोड़ा खाना लेकर निकल पड़े हैं। उन्हें सुरक्षित ठिकानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं

लिवअप शहर की ओर जा रहे हैं छत्तीसगढ़ के स्टूडेंट


कफील ने बताया कि उनको अपार्टमेंट छोड़कर सुरक्षित ठिकानों पर जाने के लिए कह दिया गया है। यह भी कहा गया है कि वह ऐसी जगहों पर जाएं, जहां स्टूडेंट्स ज्यादा हों। अब वे लोग कीव छोड़कर लिवअप शहर की ओर भाग रहे हैं। यहां सड़कें खुली हुई हैं, जिससे लोग सुरक्षित निकल सकें। लिवअप शहर हंगरी बॉर्डर से लगा हुआ है और कीव से करीब 40 किमी दूर है। इंडियन ऐंबैसी ने भी वहीं जाने की सलाह दी है। वहां बड़ी संख्या में भारतीय छात्र रहते हैं।

गुरुवार शाम अपार्टमेंट के पास हुई थी बमबारी


डॉ. खुर्शीद खान ने बताया कि अलीजा अभी ल्वीव में MBBS सेकेंड ईयर की स्टूडेंट हैं। वहां वह हॉस्टल में रहती है। हालात अभी ल्वीव में सामान्य है, लेकिन वह काफी डरी हुई है। वहीं उनके बेटे और भतीजे के अपार्टमेंट के पास गुरुवार शाम को बमबारी शुरू हो गई। इसके बाद वे भागकर अंडर ग्राउंड मेट्रो में जाकर छिप गए थे। उनके पास खाने तक का इंतजाम नहीं है। बताया जा रहा है कि लोगों ने खाने के लिए स्टोर तक लूट लिए हैं।

एयर इंडिया ने किराया बढ़ाया, टिकट भी नहीं मिला


डॉ. खान ने बताया कि भारत सरकार ने 22, 24 और 26 फरवरी को एयर इंडिया के फ्लाइट से वहां फंसे लोगों को लाने के लिए कहा था। इस बीच उनके बच्चों की भी आने की तैयारी थी, पर अचानक से एयर इंडिया ने किराया काफी बढ़ा दिया। फिर टिकट भी नहीं मिली। वहीं दूसरी ओर कलेक्टर भीम सिंह ने भी वहां फंसे बच्चों से फोन पर बात की है। उन्हें आश्वस्त किया हैं कि छत्तीसगढ़ लाने के लिए इंतजाम किया जाएगा। कलेक्टर अपने ही एक साथी जो यूक्रेन में है, उनसे भी संपर्क में हैं।

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