मुख्यमंत्री के निर्देश पर पूटा के पहाड़ पर बसे आदिवासियों के घर पहुंचा सौर बिजली की सुविधा
गौरेला पेंड्रा मरवाही, गौरेला विकासखंड के सुदूर वनांचल क्षेत्र में पूटा के पहाड़ पर बसे विद्युत विहीन 7 आदिवासी परिवारों के घर क्रेडा के माध्यम से सौर बिजली की सविधा पहुंचने से उनका जीवन जगमगा उठा है। बिजली कनेक्शन नहीं पहुचने के कारण पूटा गांव के आदिवासी परिवार अंधरे में गुजारा कर रहे थे। यह बात मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के संज्ञान में आने पर उनके निर्देश पर छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) द्वारा डीएमएफ मद से छह माह के भीतर सोलर होम संयंत्र स्थापित कर प्रकाश की व्यवस्था की गई। प्रत्येक संयंत्र में 5 नग एल.ई.डी. ट्यूब लाईट, 1 नग पंखा एवं मोबाइल चार्जर पोर्ट शामिल है। सोलर होम लाईट स्थापित होने से आदिवासी परिवार लाईट, पंखे की सुविधा के साथ ही रात में बच्चों को पढ़ने-लिखने के लिए केरोसिन का चीमनी-दीया नहीं जलाना पड़ेगा। सोलर लाईट से जहां उनके अजीविका में सुधार हुआ है, वहीं रात में उजाला होने से जंगली जानवरों से वे सुरक्षा महसूस कर रहेें है। बता दें कि भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्राम कोटमी में 4 जुलाई 2022 को जन चौपाल में मुख्यमंत्री को ग्राम पूटा के आदिवासी परिवारों द्वारा बिजली और पानी की समस्या से अवगत कराया गया था। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सौर ऊर्जा से बिजली उपलब्ध करा दी गई है। पानी की समस्या का समाधान प्रक्रिया में है।