भारत में बढ़ेगा चीतों का कुनबा, नामीबिया सरकार से फिर हुए समझौता
नई दिल्ली। भारत में चीतों का कुनबा बढ़ने वाला है। केंद्र सरकार ने गुरुवार को संसद में यह जानकारी दी है। अगले पांच वर्षों में अफ्रीका से और बारह से चौदह चीतों को लाकर भारत के जंगलों में छोड़ा जाएगा। इसके लिए सरकार ने नामीबिया के साथ एक समझौता किया है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने राज्यसभा में इसकी जानकारी दी है। आपको बता दें कि हाल ही में नामीबिया से आठ चीते भारत लाए गए थे। इनमें पांच मादा और तीन नर चीते शामिल थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जन्मदिन (17 सितंबर) के मौके पर नामीबिया से भारत लाए चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क के जंगलों में छोड़ा था। केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में कहा कि प्रोजेक्ट टाइगर के तहत 38.7 करोड़ रुपये चीतों को फिर से भारत लाने के लिए आवंटित किए गए हैं। यह परियोजना 26 तक पूरी होगी। इनके रखरखाव पर 29.47 करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि कूनो में सभी आठ चीते बिल्कुल सही और सुरक्षित स्थिति में हैं। उनकी चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वे अपने नए घरों के अनुकूल हो पाएं।
वहीं, कूनो नेशनल पार्क के फील्ड निदेशक उत्तम शर्मा ने कहा कि भारत लाए गए सभी नर चीते अभ्यस्त हो गए हैं और शिकार कर रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि मादा चीते भी जल्द शिकार करने लगेंगी।
आपको बता दें कि इनकी सुरक्षा के लिए चार हाई रिज़ॉल्यूशन कैमरे लगाए गए हैं। 16 वन रक्षकों की एक टीम उनकी निगरानी कर रही है। टीम की सुरक्षा के लिए एक स्निफर डॉग को भी लगाया गया है।