फीफा वर्ल्ड कप में मोरक्को से हार के बाद बेल्जियम में भड़की हिंसा
कतर में जारी फीफा वर्ल्ड कप में रविवार (27 नवंबर) को बेल्जियम पर मोरक्को की 2-0 से जीत के बाद हिंसा भड़क गई. इसके बाद पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले दागे. ब्रसेल्स में करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया गया. वहीं दंगाईओं ने सड़कों पर उतर कारों, ई-स्कूटरों में आग लगा दी और कई गाड़ियों पर पथराव किया. घटना में एक व्यक्ति के घायल होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई की.
फीफा वर्ल्ड कप: बेल्जियम की राजधानी में कई जगहों पर हुए दंगे
ब्रसेल्स के मेयर फिलिप क्लोज ने लोगों से शहर के मध्य में जमा नहीं होने का अनुरोध किया और कहा कि अधिकारी सड़कों पर व्यवस्था बहाल करने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं. हालांकि पुलिस के आदेश के बाद ट्रेन और ट्राम यातायात बाधित हुआ है. क्लोज ने कहा, ‘ये लोग खेल के प्रशंसक नहीं हैं बल्कि ये दंगाई हैं.’ आंतरिक मंत्री एनेलीज वेरलिंडेन ने कहा, ‘‘यह देखना दुखद है कि किस तरह से मुट्ठी भर लोग स्थिति को खराब कर रहे हैं.’ वहीं पड़ोसी देश नीदरलैंड में पुलिस ने कहा कि रॉटरडैम में हिंसा भड़क उठी और दंगा रोधी अधिकारियों ने करीब 500 लोगों के फुटबॉल समर्थक समूह को रोकने का प्रयास किया जिन्होंने पुलिस पर पथराव किया और आगजनी तथा तोड़फोड़ की. घटना में दो पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं. रविवार देर शाम कई शहरों में अशांति की सूचना मिली. मीडिया में आई खबरों के मुताबिक देश की राजधानी एम्सटर्डम और हेग में अशांति का माहौल है.
दंगे बेल्जियम की राजधानी में कई जगहों पर हुए जहां दर्जनों फुटबॉल प्रशंसक, जिनमें से कुछ मोरक्को के झंडे में लिपटे हुए थे. वहीं लोगों पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पानी की बौछारें और आंसू गैस के गोले दागे. पुलिस प्रवक्ता इलसे वान डी कीरे ने कहा कि फिलहाल यहां स्थिति कंट्रोल में है और जिन इलाकों में हिंसक झड़प हुई वहां पर एहतियातन पुलिस की गश्त जारी है.
फीफा वर्ल्ड कप 2022: मेट्रो और ट्राम सेवा की बंद
ब्रसेल्स के मेयर फिलिप क्लोज ने लोगों को शहर के मध्य हिस्से से दूर रहने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी सड़कों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. पुलिस को सुरक्षा कारणों के चलते एहितयातन वहां पर मेट्रो और ट्राम सेवा को भी रोकना पड़ा. हिंसा को फैलने से रोकने के लिए मेट्रो स्टेशनों के गेट बंद कर दिए गए और सड़कों पर पुलिस की गश्त को बढ़ा दिया गया.