प्रदेश में जोर शोर से चल रही है 20 नवंबर को आयोजित पिछड़े वर्गों का राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारियां

  आगामी. 20 नवंबर 2022 को रायपुर के संतोषी नगर स्थित कर्माधाम में त्यागमूर्ति आर एल चंदापुरी की 99 वीं जयंती पर आयोजित पिछड़े वर्गों के राष्ट्रीय अधिवेशन को सफल बनाने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों धमतरी के कुरूद, गरियाबंद के पांडुका, कांकेर के माकड़ी, बालोद के गुंडरदेही, दुर्ग जिला के पाटन, बिलासपुर जिला के तिफरा रायपुर, जिला के संतोषी नगर आदि क्षेत्रों में अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ के राष्ट्रीय महासचिव एवं ओबीसी संयोजन समिति के संस्थापक अधिवक्ता शत्रुहन सिंह साहू ने बैठकर विभिन्न जिलों के दौरे से लौटने पर एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि बैठकों में उपस्थित संघ एवं ओबीसी संयोजन समिति के सदस्यों को राष्ट्रीय अधिवेशन में ग्रामीणों की भागीदारी हेतु उन्हें गांव गांव में जाने व निमंत्रण पत्र बांटने की अपील की जा रही है जिस पर संगठन के पदाधिकारियों एवं सक्रिय कार्यकर्ता एवं वहां मौजूद साथियों के द्वारा ओबीसी के राष्ट्रीय अधिवेशन को सफल बनाने अधिक से अधिक लोगों को आमंत्रित करते हुए ओबीसी जनजागरण महाअभियान को घर घर तक पहुंचाने का संकल्प ले रहे हैं |

श्री साहू ने आगे कहा कि आज संस्थानों द्वारा तकनीकी और गैर कानूनी अड़चनें पैदा कर पिछड़े वर्गों के विकास व उनके संवैधानिक अधिकारों को दबाने की साजिश रची जा रही है जिसे बेनकाब कर राष्ट्रीय अधिवेशन के माध्यम से ओबीसी वर्ग को जनसंख्या के अनुपात में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने एवं ओबीसी प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने के साथ-साथ सभी अनुसूचित जनजाति क्षेत्रों में निवासरत ओबीसी समाज के लोगों को पांचवी अनुसूची के अंतर्गत शामिल कर पेशा कानून के दायरे में लाने के लिए चार सूत्रीय प्रस्ताव पारित कर केंद्र व राज्य सरकारों को प्रस्ताव सौंपी जाएगी जिसके लिए बड़ी संख्या में लोग संगठन से जुड़ रहे हैं और सक्रिय सदस्य बनकर राष्ट्रीय अधिवेशन में आने का संकल्प ले रहे हैं |

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