छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की मंशा के हिसाब से पूरे उत्साह और उमंग के साथ आयोजित करने का दिए निर्देश

धमतरी, राज्य शासन की मंशा अनुरूप छह अक्टूबर से छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 2022-23 का आयोजन किया जाना है।28 सितंबर को समय सीमा की बैठक में कलेक्टर पीएस एल्मा ने खेल विभाग को आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए।

साथ ही ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों में आयोजित होने वाले खेलों के लिए संबंधित अधिकारियों को व्यवस्था करने कहा।छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में छत्तीसगढ़ के पारंपरिक 14 खेल विधाओं में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। इन खेल विधाओं में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बाटी (कंचा), बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़ और लम्बी कूद की प्रतियोगिताएं तीन आयु वर्ग में आयोजित की जानी है।

इसमें 18 वर्ष तक, 18 से 40 और 40 वर्ष से अधिक उम्र की महिला एवं पुरूष प्रतिभागी हिस्सा ले सकेंगे। राजीव युवा मितान क्लब स्तर पर छह अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक पहले स्तर की प्रतियोगिताएं आयोजित होंगी। इसके बाद जोन स्तर पर 15 अक्टूबर से 20 अक्टूबर तक, विकासखण्ड/नगरीय क्लस्टर स्तर पर प्रतियोगिताएं 27 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक आयोजित की जाएंगी।ज़िले में चौथा और अंतिम स्तर जिला स्तर पर 17 नवम्बर से 26 नवम्बर तक आयोजित होगा। यहां के विजेता संभाग स्तर पर 05 दिसम्बर से 14 दिसम्बर तक आयोजित छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में भाग लेंगे।

राज्य स्तर पर छठवां स्तर का छत्तीसगढ़िया ओलंपिक 28 दिसम्बर 2022 से 06 जनवरी 2023 तक खेला जाएगा। कलेक्टर ने ज़िले में आयोजित होने वाले छत्तीसगढ़िया ओलंपिक को प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल की मंशा के हिसाब से पूरे उत्साह और उमंग के साथ आयोजित करने और लोक खेलों के खिलाड़ियों को बढ़-चढ़कर सम्मिलित करने प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।

बैठक में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रियंका महोबिया, अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक सहित जिला स्तरीय अधिकारी और स्वान के वीसी से ब्लाक स्तरीय अधिकारी जुड़े रहे।जैविक खेती को बढ़ावा देने के प्रयासजिले में जैविक खेती को बढ़ावा देने किए गए प्रयास की प्रगति की जानकारी देते हुए उप संचालक कृषि ने बताया कि वर्ष 2018-19 से वर्ष 2021–22 तक नगरी के 24 गांव में कुल एक हजार 271 किसानों ने एक हजार 260 हेक्टेयर में जैविक खेती की है। कलेक्टर ने सुगंधित धान की खेती को और बढ़ावा देने के लिए प्रयास करने पर बल दिया।

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