जनजाति समुदाय के युवाओं ने खेल मड़ई में तीर-कमान व गुलेल से साधा निशाना
अम्बिकापुर. विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूहों के लिए आयोजित पारम्परिक खेल मड़ई में युवाओं ने तीर कमान व गुलेल से निशाना साधा। 31 जुलाई से 1 अगस्त तक घंघरी में आयोजित खेल मड़ई में जनजाति समुदाय के युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। लुण्ड्रा विधायक डॉ प्रीतम राम की मुख्य आतिथ्य में आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किया गया।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री जे.आर. नागवंशी ने बताया है कि विश्व आदिवासी दिवस 9 अगस्त 2022 के अवसर पर विशेष रूप से कमजोर अनुसूचित जनजाति समूहों के लिए खेत प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। विभिन्न आयु वर्ग के सीनियर वर्ग एवं वयस्क वर्ग की प्रतियोगिता के विजेता घोषित कर दिए गए हैं।
सहायक आयुक्त ने बताया है कि सीनियर वर्ग में 14 से 18 वर्ष के बालकों के लिए तीरंदाजी, गुलेल, बोरादौड़ व तीन टंगड़ी की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। तीरंदाजी में मैनपाट के कलेश्वर राम, गुलेल में बतौली के सदम श्री, बोरादौड़ में बतौली के सुनील राम, तीन टंगड़ी दौड़ की युगल प्रतियोगिता में मैनपाट के समल कुमार व रविशंकर विजेता रहे। 18 वर्ष से अधिक के वयस्क वर्ग में तीरंदाजी में मैनपाट के रतिया राम, गुलेल में बतौली के अरिहर साय, बोरादौड़ में बतौली के बलन सिंह विजेता रहे। इसी आयु समूह के बालिकाओं के लिए आयोजित प्रतियोगिता में मटकादौड़ में अम्बिकापुर की अमरावती सिंह, फुगड़ी व बोरादौड़ में बतौली की सोनिका मुडिहार विजेता रहीं। तीन टंगड़ी दौड़ युगल बालिका में बतौली की दुर्गावती व दंतेश्वरी विजेता घोषित की गई।
इसके अलावा सामूहिक खेल के अंतर्गत कब्बडी एवं रस्साखींच की प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिले में आयोजित खेल प्रतियोगिता के विजेता आगामी सात अगस्त को इंडोर एवं आउटडोर स्टेडियम रायुपर में आयोजित राजस्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होंगे। राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में शामिल होने वाले खिलाड़ियों को कलेक्टर श्री कुंदन कुमार, आदिवासी विकास विभाग के उपायुक्त श्री डी.पी नागेश एवं सहायक आयुक्त श्री जे.आर नागवंशी ने शुभकामनाएं दी हैं।