नक्सलियों के नापाक मंसूबे नाकाम, CRPF कैंप के पास मिला 5 KG का बम
रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर तैनात केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवानों ने माओवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। दंतेवाड़ा और सुकमा जिले की सीमा पर सीआरपीएफ कैंप से महज एक किलोमीटर की दूरी पर 5 किलो की जिंदा आईईडी (improvised explosive device) बरामद किया है। जवानों को नुकसान पहुंचाने के इरादे से नक्सलियों ने इसे प्लांट किया था। सीआरपीएफ 231 बटालियन के डॉग स्क्वॉड की टीम ने जमीन में दबे कमांड आईईडी को बरामद किया, जिसे बम निरोधक दस्ते ने डिफ्यूज कर दिया है। जवानों की सतर्कता से एक बड़ी घटना टल गई।
मिली जानकारी के मुताबिक जिंदा बम मिलने की घटना जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र की है। यह नक्सलियों का अत्याधिक प्रभाव वाला इलाका है। दंतेवाड़ा जिले से सुकमा जिले को जोड़ने के लिए कोंडासांवली से जगरगुंडा तक सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। यह सड़क केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 231 बटालियन की देखरेख में बन रही है। शुक्रवार को कमारगुड़ा स्थित सीआरपीएफ कैंप से जवान सड़क निर्माण कार्य को सुरक्षा देने निकले थे। जवान सर्चिंग करते हुए जा रहे थे तभी कैंप से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर डॉग स्क्वॉड की टीम ने एक आईईडी बरामद किया।
विस्फोटक का ज्यादा उपयोग कर रहे नक्सली
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बम निरोधक दस्ते की टीम ने जब आईईडी को निकाला तो वह कमांड IED थी, जिसमें एक लंबा तार था तो सीधे जंगल की तरफ गया था। बीडीएस की टीम ने बम को मौके पर ही डिफ्यूज किया। जवानों ने माओवादियों के नापाक मंसूबों को नाकाम कर दिया। दरअसल, माओवादी इन दिनों फोर्स के जवानों से सीधे लड़ाई के बजाय बम का ज्यादा उपयोग कर रहे हैं। बीजापुर, सुकमा में आईईडी ब्लास्ट की कई घटनाएं हो चुकी है। यह बम भी काफी शक्तिशाली था, अगर नक्सली इसे विस्फोट करते तो बड़ा नुकसान हो सकता था। बता दें कि नक्सली सड़क निर्माण का लगातार विरोध कर रहे हैं।