अरब सागर में फिर गरजेगा राफेल M, 2 महीने में दूसरी बार भारत-फ्रांस के बीच अभ्यास

अरब सागर में बुधवार से अगले चार दिन शोरशराबे से भरा रहने वाला है. समंदर पर तैर रहे दो एयर फील्ड से फाइटर जेट गरजेंगे. एक होगा फ्रांस का राफेल M और दूसरा होगा भारतीय नौसेना का मिग 29 K. दो महीने के भीतर भारत और फ्रांस के बीच यह दूसरा बड़ा नौसैन्य अभ्यास है. 19 मार्च से 22 मार्च तक चलने वाले इस अभ्यास का नाम है वरुणा-2025. यह इस अभ्यास का 23वां संस्करण है. भारत के कैरियर बैटल ग्रुप स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत और फ्रांस का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप न्यूक्लियर पावर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर FNS चार्ल्स डी गॉल होंगे अभ्यास में शामिल.

राफेल M और मिग 29 की हुंकार
इस फाइटर जेट के इंजन की धमक आस पास मौजूद चीन पाकिस्तान के जंगी जहजों भी जरूर सुन पाएंगे. अभी तो फ्रांस के राफेल M भारतीय वायुसेना के उड़ान भरेंगे. जल्द भारतीय नौसेना के राफेल विमान भी समंदर पर मंडराएंगे. जिस एयरक्राफ्ट कैरियर के लिए राफेल M की खरीद की जा रही है वही INS विक्रांत इस अभ्यास का हिस्सा है. इस अभ्यास का सबसे खास हिस्सा होगा राफेल M और मिग 29 K फाइटरों के एडवांस एयर ड्रिल, फाइटर एक्सर्साइज और एयर टू एयर मॉक कॉबेट ड्रिल. इसके अलावा एंटी सबमरीन वॉरफेयर अभ्यास, सर्फेस वॉरफेयर ऑपरेशन को अंजाम दिया जाएगा. फ्रांस का यह स्ट्राइक ग्रुप में न्यूक्लियर पावर्ड एयरक्राफ्ट कैरियर FNS चार्ल्स डी गॉल अपने एस्कॉर्ट्स शिप एक फ्रीगेट, अटैक सबमरीन और सप्लाई शिप के साथ अरब सागर में होगा तो भारतीय नौसेना की तरफ से डिस्ट्रयर, फ्रीगेट, स्कॉर्पीन क्लास सबमरीन मौजूद रहेगी.

जनवरी का अभ्यास भी था घातक
फ्रांस का कैरियर स्ट्राइक ग्रुप कैरियर स्ट्राइक ग्रुप 3 जनवरी से 9 जनवरी तक भारत में रहा. फ्रास के साथ लार्ज फोर्स इंगेजमेंट के तहत भारतीय वायुसेना ने एरियल अभ्यास को अंजाम दिया. भारतीय वाययुसेना की तरफ से सुखोई और जैगुआर, इल्कट्रोनिक वॉरफेयर एयरक्राफ्ट, C130j सुपर हरक्युलिस और एयर रिफ्यूलर शामिल थे. फ्रांस की तरफ से एयरक्राफ्ट कैरियर पर मौजूद राफेल एम और E2C एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया. इस अभ्यास में BVR यानी बियोंड विजुअल रेंज टैक्टिकल ऑपरेशन को अंजाम दिया था.

फ्रांस कैरियर सट्राइक ग्रुप ने उड़ाई चीन की नींद
भारत में 10 दिन बिताने के बाद एयरक्राफ्ट कैरियर FNS चार्ल्स डी गॉल गोवा से रवाना होकर फिलिपींस सागर पहुंचा था. चीन के दरवाजे पर अमेरिका, जापान और फ्रांस के तीन कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का शक्ति का प्रदर्शन का आयोजन किया था. इस अभ्यास में अमेरिका का USS कार्ल विन्सन, फ्रांस का FS चार्ल्स डे गॉल और जापान का JS कागा ने हिस्सा लिया. फिलिपींस सागर में आयोजित इस मल्टीनेश्नल अभ्यास का नाम था “पैसिफिक स्टेलेर 2025”. यह अभ्यास 10 फरवरी से 18 फरवरी तक चला था. चीन के लिए यह एक बुरे सपने से कम नहीं था.

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