नई दिल्‍ली स्‍टेशन भगदड़ मामले में रेलवे बोर्ड की बड़ी कार्रवाई, डीआरएम समेत पांच अधिकारियों पर गिरी गाज

महाकुंभ के दौरान नई दिल्‍ली स्‍टेशन पर प्‍लेटफार्म पर हुई भगदड़ में रेलवे बोर्ड ने बड़ी कार्रवाई की है. इस हादसे में 18 लोगों की मौत हो गयी थी और कई लोग घायल हो गए थे. मामले में डीआरएम सुखविंदर सिंह समेत समेत पांच अधिकारियों पर गाज गिरी है. इन सभी का ट्रांसफर कर दिया गया है. इनकी जगह नए अधिकारियों की तैनाती भी कर दी गयी है. हालांकि रेलवे अधिकारी इसे रूटीन ट्रांसफर बता रहे हैं.

नई दिल्‍ली स्‍टेशन पर 15 फरवरी की रात हुई भगदड़ मामले में उत्‍तर रेलवे के दिल्‍ली डिवीजन के डीआरएम सुखविंदर सिंह ट्रांसफर कर उनकी जगह पुष्पेश आर त्रिपाठी की तैनाती की गयी है. वो अभी तक उत्‍तर मध्‍य रेलवे में तैनात थे. इसके अलावा एडीआरएम विक्रम सिंह राणा, सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर (यात्री सेवाएं) आनंद मोहन, स्टेशन डायरेक्‍टर महेश यादव और आरपीएफ एएससी महेश चंद सैनी का ट्रांसफर किया गया है. इनकी नई पोस्टिंग की घोषणा अभी नहीं की गई है.

तीन ट्रांसफर बोर्ड के आदेश से

इसमें तीन ट्रांसफर बोर्ड के आदेश पर किए गए हैं. जिसमें डीआरएम सुखविंदर सिंह, एडीआरएम विक्रम सिंह राणा और आरपीएफ एएससी महेश चंद सैनी का ट्रांसफर बोर्ड द्वारा जारी तीन अलग-अलग आदेशों के जरिए किया गया है. वहीं महेश यादव और आनंद मोहन का तबादला आदेश उत्तर रेलवे द्वारा किया गया है. दिल्‍ली डिवीजन के सीनियर डीसीएम आनंद मोहन की जगह निशांत नारायण को जिम्मेदारी सौंपी गई है. नई दिल्ली स्टेशन डायरेक्टर महेश यादव की जगह लक्ष्मीकांत बंसल को नियुक्त किया गया है.

रेलवे रूटीन ट्रांसफर बता रहा

हालांकि भारतीय रेलवे इसे रूटीन ट्रांसफर बता रहा है. दिल्‍ली डीआरएम की तैनाती सामान्‍य तौर पर कम से कम दो साल की होती है, लेकिन इनका जल्‍दी ट्रांसफर हुआ है. इसलिए इसे भगदड़ की कार्रवाई ही मानी जा रही है.

300 लोगों से पूछताछ

इस मामले में रेलवे बोर्ड ने दो वरिष्‍ठ अधिकारियों की हाईलेवल कमेटी का गठन किया था. जांच कर रही टीम ने मामले में करीब 300 लोगों से पूछताछ की और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं. कमेटी ने रजिस्‍टर तक की भी जांच की है. कमेटी के अनुसार तकनीकी समेत सभी एंगल से जांच की गयी है.

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