शेयर बाजार में ब्लैक फ्राइडे…..सारे के सारे सेक्टर में ब्लडबाथ, अभी तो और टूटने की आशंका
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भारतीय शेयर बाजार अब पूरी तरह से मंदी के शिकार हो गए हैं. आज फिर मार्केट में भारी गिरावट के साथ कामकाज की शुरुआत हुई और निफ्टी व सेंसेक्स ने अपने अहम स्तरों को तोड़ दिया. निफ्टी 22,300 के नीचे चला गया है. बाजार के सभी सेक्टर दबाव के साथ कारोबार कर रहे हैं, लेकिन सबसे ज्यादा गिरावट आईटी शेयरों में देखने को मिल रही है.
ट्रंप ने 27 फरवरी को घोषणा की कि मैक्सिको और कनाडा से आने वाले सामान पर 25% टैरिफ और चीन से आने वाले सामान पर 10% अतिरिक्त शुल्क 4 मार्च से लागू होगा. उन्होंने अमेरिका में घातक ड्रग्स की आवक को इसका कारण बताया. यह नया शुल्क 4 फरवरी को फेंटेनाइल संकट के चलते लगाए गए 10% शुल्क के ऊपर लगेगा, जिससे चीन से आने वाले सामान पर कुल शुल्क 20% हो जाएगा.
इसके अतिरिक्त आर्थिक विकास की धीमी गति, कमजोर कमाई, और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली ने सूचकांकों को सितंबर के अंत में बने रिकॉर्ड स्तर से 14% नीचे खींच लिया है. मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे ने कहा, “नकारात्मक कारक बने हुए हैं, जैसे ट्रंप द्वारा यूरोपीय संघ से आने वाले सामान पर 25% टैरिफ की घोषणा और एनवीडिया के मिश्रित तिमाही नतीजों के बाद निवेशकों का मनोबल गिरा है.”
वैश्विक बाजारों में भी कमजोरी बनी हुई है. 27 फरवरी को वॉल स्ट्रीट निराशाजनक अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों और टेक शेयरों में गिरावट के साथ बंद हुआ, जबकि यूरोपीय बाजार टैरिफ को लेकर नई आशंकाओं के चलते गिरे. एशियाई बाजारों ने भी अमेरिका में गिरावट को देखकर लाल रंग दिखाया.
वैल्यूएशन अब भी काफी महंगे, और गिरेगा बाजार?
मार्केट में जारी इस गिरावट के बीच एसेट मैनेजर ओल्ड ब्रिज कैपिटल ने भारतीय बाजार और शेयरों का काफी महंगा बताया है. फंड मैनेज करने वाली कंपनी ने कहा कि इकोनॉमी के मुकाबले शेयर बाजार के वैल्यूएशन काफी महंगे हैं. हैरानी की बात है कि बाजार में पिछले 4 महीनों से जारी गिरावट के कारण कई शेयर 50 फीसदी तक करेक्ट हो चुके हैं लेकिन इस एसेट मैनेजमेंट कंपनी को वैल्यूएशन अब भी महंगे लग रहे हैं, और साथ ही इसने अनुमान जताया है कि बाजार और भी गिर सकता है.