अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर सुरक्षा की समीक्षा की,सीआरपीएफ और J&K पुलिस के साथ तालमेल बढ़ाने पर जोर.

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा के लिए 12 फरवरी 2025 को नई दिल्ली में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. यह बैठक भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय गृह सचिव, आसूचना ब्यूरो के निदेशक, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) और सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशकों सहित कई महत्वपूर्ण एजेंसियों के अधिकारियों के साथ हुई.

यह बैठक 4 और 5 फरवरी 2025 को जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना और पुलिस के साथ हुई उच्च स्तरीय बैठकों की कड़ी में आयोजित की गई थी. पिछले एक हफ्ते में, गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित कुल पांच महत्वपूर्ण बैठकों की अध्यक्षता की है. इनमें से आज की दो बैठकें, पहले हुए दो बैठकों, और जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के साथ एक बैठक शामिल हैं. इन बैठकों का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा की स्थिति का आकलन करना और आगामी सुरक्षा रणनीतियों पर चर्चा करना था.

गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को कड़ी निगरानी और चौकस कदम उठाने का निर्देश दिया. उन्होंने बीएसएफ को अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं पर घुसपैठ रोकने के साथ सीमा सुरक्षा को और मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया. इसके लिए उन्नत प्रौद्योगिकियों का उपयोग करने की सलाह भी दी गई, ताकि घुसपैठ की घटनाओं को रोका जा सके और सीमा सुरक्षा को मजबूत किया जा सके.

गृह मंत्री ने सीआरपीएफ को भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ तालमेल बनाए रखने का निर्देश दिया. उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा में कोई कमी न हो, विशेष ध्यान केंद्रित करने के निर्देश दिए. गृह मंत्री अमित शाह ने सीआरपीएफ की शीतकालीन कार्य योजना की समीक्षा भी की और यह सुनिश्चित किया कि एरिया डोमिनेशन में कोई कमी न रहे, विशेषकर ऊँचाई वाले क्षेत्रों में.

बैठक में गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में काम कर रहे खुफिया तंत्र की भी समीक्षा की और खुफिया जानकारी उत्पन्न करने के लिए कवरेज और पैठ बढ़ाने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी का उपयोग खुफिया जानकारी प्राप्त करने में बेहद महत्वपूर्ण है और इसे बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए. आतंकवाद को वित्तपोषित करने वाली गतिविधियों की निगरानी, नार्को-आतंकवादी मामलों पर कड़ी पकड़ और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के पूरे इकोसिस्टम को खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है.

गृह मंत्री ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत विरोधी नकारात्मक प्रचार का मुकाबला करने पर भी जोर दिया. उन्होंने यह निर्देश दिया कि सकारात्मक तस्वीर को प्रदर्शित करने के लिए सोशल मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर सक्रियता से काम किया जाए. इस दिशा में एजेंसियों को मिलकर काम करने की सलाह दी गई, ताकि लोगों तक सही जानकारी पहुंचाई जा सके और राष्ट्र-विरोधी तत्वों द्वारा फैलाए जा रहे झूठे प्रचार का प्रभाव कम किया जा सके.

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