Pushya Nakshatra 2023: आज से दो दिन 26 घंटे 31 मिनट रहेगा खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र, यहां पढ़ें खरीदी के मुहूर्त
Pushya Nakshatra 2023: दीपावली के सात दिन पहले बनेगा शनि और रवि पुष्य का मंगलकारी संयोग।
HIGHLIGHTS
- नक्षत्र का स्वामी शनि होगा अपने स्वराशि कुंभ में, निवेश प्रदान करेगा स्थायी समृद्धि।
- सोना-चांदी, भूमि-भवन के साथ ही चल अचल संपत्ति खरीदारी होगी लाभदायक।
Pushya Nakshatra 2023: नईदुनिया प्रतिनिधि, इंदौर। दीपावली से सात दिन पहले चल-अचल संपत्ति की खरीदी का महामुहूर्त पुष्य नक्षत्र 4 और 5 नवंबर को 26 घंटे 31 मिनट रहेगा। इस बार पुष्य नक्षत्र शनिवार और रविवार के दिन आने से शनि और रवि पुष्य का मंगलकारी संयोग बन रहा है। ज्योतिर्विदों के अनुसार, पहले दिन बुधादित्य और साध्य योग और दूसरे दिन सर्वार्थ सिद्धि और शुभ योग में भूमि-भवन, सोना-चांदी, वाहन, इलेक्ट्रानिक उपकरण सहित सभी प्रकार की खरीदी के स्थायी समृद्धि प्रदान करेगा।
इस खास मौके पर बाजार खरीदारों से गुलजार होंगे। इसकी खास तैयारी भी शहर के व्यापारियों ने की है। ज्योतिर्विदों के मुताबिक पुष्य नक्षत्र शनिवार को सुबह 7.57 से रविवार को सुबह 10.28 बजे तक रहेगा। आचार्य शिवप्रसाद तिवारी ने बताया कि पुष्य का स्वामी शनि है। इस बार शनिवार को पूरे दिन पुष्य नक्षत्र होने और नक्षत्र के स्वामी शनिदेव के स्वराशि कुंभ में होने का लाभ भी खरीदारों को मिलेगा। इसके कारण चल-अचल संपत्ति में निवेश भी विशेष लाभदायक होगा।
शनि मंदिर जवाहर मार्ग के पुजारी ज्योतिर्विद कान्हा जोशी ने बताया कि रविवार को और गुरुवार को पुष्य नक्षत्र को निवेश के लिए विशेष लाभदायी माना जाता है। शनिवार के साथ ही रवि-पुष्य का संयोग भी खरीदारी के लिए उत्तम है। शनि-रवि पुष्य पर अष्ट महायोग बना है। इस नक्षत्र में की गई खरीदी स्थायी समृद्धि प्रदान करती है।
4 नवंबर को खरीदारी के लिए चौघड़िया
शुभ : सुबह 7.57 से 9.21 बजे तक
चर : दोपहर 12.07 ले 1.31 बजे तक
लाभ : दोपहर 1.32 से 2.54 बजे तक
अमृत : दोपहर 2.55 से 4.18 बजे तक
5 नवंबर को खरीदारी के लिए
चर : सुबह 7.58 से 9.22 बजे तक।
लाभ : 9.23 से 10.44 बजे तक।