कुंडली में कमजोर चंद्र के कारण होती है मानसिक परेशानी, दूर करने के लिए करें ये उपाय
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र देव का जन्म फाल्गुन मास में हुआ था इसीलिए चंद्र देव को फाल्गुन मास बेहद प्रिय है। फाल्गुन मास में कुछ खास उपाय करने से चंद्रदेव प्रसन्न होते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो फाल्गुन मास में कुछ विशेष उपाय करने से चंद्रमा की स्थिति मजबूत होती है। आइये जानते हैं फाल्गुन मास में कौन से उपाय करने से चंद्रमा मजबूत होगा।
1. अगर कुंडली में चंद्रमा कमजोर स्थिति में है तो उस व्यक्ति को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ज्योतिषी सलाह के अनुसार ऐसे व्यक्ति को फाल्गुन मास में चंद्रमा की स्थिति मजबूत करने के लिए सफेद वस्त्र, चंदन, फूल, शंख,चावल, दही वस्तुओं का दान करना चाहिए।
2. फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को चंद्रमा का दर्शन जरूर करें।
3. फाल्गुन मास में नियमित रूप से शिवलिंग को जल चढ़ाएं।
4. प्रत्येक सोमवार को शिवजी की पूजा करें और सोमवार का व्रत करें। इससे मानसिक शांति की प्राप्ति होगी।
मेष राशि के लोगों को फाल्गुन मास में घर से बाहर निकलने से पहले चीनी और पानी का शरबत पिएं। माता की सेवा करें और उनसे आशीर्वाद लें। जरूरतमंद को लाल रंग की वस्तु का दान करें।
वृष- घर के ईशान कोण में घी का दीपक जलाएं।
मिथुन- गरीबों को दूध, दही व चीनी का दान करें। शिवलिंग पर जल चढ़ाएं। रात को दूध पीने से परहेज करें।
कर्क- दूध ,दही का दान करें। पूर्णिमा के दिन चंद्रदेव के मंत्रों का 108 बार जाप करें। प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करे।
सिंह- सूर्यदेव को जल में गुड़ डालकर अर्घ्य दें। माता लक्ष्मी की पूजा करें।
कन्या- गाय को हरी सब्जियां खिलाएं। मां लक्ष्मी की पूजा करे उन्हें लाल पुष्प अर्पित करें।
तुला- भगवान शिव की पूजा और जलाभिषेक करें। सफेद वस्त्र धारण करें।
वृश्चिक- चंद्रमा को जल में कच्चा दूध डाल कर अर्घ्य दें। भगवान शिव की पूजा करें।
धनु- तुलसी की पूजा करें। घर जे ईशानकोण में घी का दीपक जलाएं। दूध एयर सफेद चंदन का दान करें।
मकर- मां लक्ष्मी की पूजा करें उन्हें लाल पुष्प अर्पित करें। अपनी मां की मनोकामना पूरी करें उनका विशेष ख्याल रखें।
कुंभ- गरीब को काले वस्त्र दान करें। नियमित रूप से शिवलिंग की पूजा करें।
मीन- सफेद चीजों का दान करें। विष्णु सहस्रनाम का जाप करें। माथे पर केसर का तिलक लगाएं। चांदी के गिलास से लानी पिएं।