उदया तिथि के अऩुसार पौष अमावस्या आज, नए साल में इस दिन होगी मौनी अमावस्या
उदया तिथि को मानने वाले कल पौष अमावस्या का पर्व मनाएंगे। कल का दिन पितरों क पूजा के लिए बहुत ही खास है। इस दिन पितरों के लिए श्राद्ध कर्म किए जाते हैं और पितरों का आशीर्वाद लिया जाता है।दरअसल 22 दिसंबर को अमावस्या तिथि शाम को 7.30 बजे शुरू हो रही है, अगले दिन यह अमावस्या 23 दिसंबर को दोपहर 2.30 बजे तक रहेगी, इसलिए उदया तिथि मानने वाले इस दिन पितरों का श्राद्धक्रम करेंगे। नए साल में 2023 में मौनी अमावस्या 21 जनवरी, शनिवार को है। प्रयागराज में लगने वाले माघ मेले का शुभारंभ भी नए साल में 6 जनवरी से शुरू हो जाएगा। माघ मेला का मुख्य स्नान पर्व से शुरू होगा। पहला स्नान पर्व पौष पूर्णिमा छह जनवरी, शुक्रवार को है।
अमावस्या तिथि पर पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व होता है। नदी में स्नान के बाद सूर्य को अर्घ्य देकर पितरों का तर्पण किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या के दिन महिलाएं पति की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं।
इसी दिन से संगम में एक मास का कल्पवास शुरू होगा। ज्योतिषाचार्य पं. दिवाकर त्रिपाठी पूर्वांचली के अनुसार मकर संक्रांति का पर्व 15 जनवरी, रविवार को है। इस दिन सूर्य उत्तरायण होंगे। माघ मेला का मुख्य स्नान पर्व मौनी अमावस्या 21 जनवरी, शनिवार को है। वसंत पंचमी का पर्व 26 जनवरी, गुरुवार को है। माघ पूर्णिमा का पर्व पांच फरवरी, रविवार और महाशिवरात्रि का पर्व 18 फरवरी, शनिवार को मनाया जाएगा।