बड़े संचालकों के संपर्क में था सहदेव,कॉल डिटेल में सामने आई बात,कई सफेदपोश हो सकते हैं बेनकाब
दुर्ग. एसपी अभिषेक पल्लव ने कॉन्स्टेबल सहदेव को महादेव ऑनलाइन सट्टा ऐप में शामिल होने के चलते सस्पेंड कर दिया है। उस पर आरोप है कि वह साल 2020 से कई महीने तक बिना किसी सूचना के गायब रहा। उसकी लगातार महादेव ऐप के संचालकों से बातचीत होती थी और वह खुद भी इसमें शामिल था। इसकी जांच के लिए दो आईपीएस अधिकारियों को लगाया गया है। यदि सारे सबूत सही पाए गए तो सहदेव को नौकरी से बर्खास्त किया जाएगा दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने बताया कि दुर्ग में मार्च 2022 में महादेव आईडी के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ था। इसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों के शामिल होने की बात सामने आई थी। इस पर तत्कालीन एसपी बीएन मीणा ने 10-15 आरक्षकों को लाइन अटैच किया था।
आरोपी आरक्षक सहदेव।
एक्शन के बाद सारे आरक्षकों की फिर से पदस्थापना की गई, उनके खिलाफ लगे आरोपों की जांच की जा रही थी। इन्हीं कॉन्स्टेबल में सहदेव, भीम और अर्जुन का नाम था। ये तीनों भाई थे। इनके कॉल डिटेल और सीडीआर खंगालने पर सहदेव की भूमिका संदिग्ध नजर आई। वह लगातार कई महीनों से ड्यूटी से गायब था। साथ ही वह लगातार महादेव ऐप से जुड़े लोगों से बात करता रहा और कई राज्यों में इसकी मौजूदगी भी मिली। इस मामले की जांच दुर्ग सीएसपी वैभव बैंकर और छावनी सीएसपी प्रभात कुमार को सौंपी गई। दुर्ग एसपी ने सहदेव को सस्पेंड कर दिया है।