अमलेश्वर : दिनदहाड़े सराफा व्यापारी सुरेन्द्र कुमार सोनी की हत्या मामले में, पुलिस ने आरोपियों को किया गिरफ्तार
रायपुर जिले से लगे दुर्ग के अमलेश्वर में दिनदहाड़े सराफा व्यापारी सुरेन्द्र कुमार सोनी की हत्या मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने चार आरोपियों को उत्तर प्रदेश के बनारस शहर से पकड़ा है। चारों आरोपी बनारस से ट्रेन पकड़कर भागने की फिराक में थे। इससे पहले ही पुलिस ने उन्हें अंधरापुर के पास घेर लिया। आरोपियों ने गिरफ्तारी से बचने के लिए दुर्ग पुलिस के ऊपर भी कई राउंड फायर किया। इसके बाद भी पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता पाई।
एसपी दुर्ग डॉ. अभिषेक पल्लव ने भास्कर से खास बतचीत में बताया कि दुर्ग पुलिस की टीम ने 24 घंटे के अंदर ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाई है। चारों आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं। उनके पास से लूट की रकम 90 हजार रुपए और ज्वेलरी भी जब्त कर ली गई है। पुलिस ने इस मामले में बिहार के गया जिला अंतर्गत दंडीबाग निवासी सौरभ कुमार सिंह (24 साल), उत्तर प्रदेश के बामणिया निवासी अभय कुमार भारती उर्फ बाबू (18 साल), बिहार के छपरा जिला अंतर्गत सोनपुर थाना के सापुदियारा निवासी आलोक कुमार यादव (18 साल) और मुजफ्फरपुर जिला के रजला गांव निवासी अभिषेक कुमार झा (20 साल) को गिरफ्तार किया है।
चारों को वाराणसी कोर्ट में पेश कर उनका ट्रांजिट रिमांड लिया गया है। इसके बाद उन्हें दुर्ग लाकर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस शनिवार को इन आरोपियों की पुलिस रिमांड लेगी। इसके बाद इनसे हत्या और लूट की वारदात को अंजाम देने से संबंधित अनसुलझे सवालों को पूछा जाएगा।दुर्ग एसपी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों में अभिषेक झा नाम के आरोपी को रायपुर व उसके आसपास के क्षेत्र के बारे में पहले से जानकारी थी। गुरुवार दोपहर चारों आरोपी वारदात को अंजाम देने गए थे। अभिषेक और अभय कुमार उर्फ बाबू दिल्ली से लाई कार DL4C AH 2592 में घटना स्थल से कुछ दूर पर खड़े थे। सौरभ कुमार अपनी बाइक JH12 N2701 में अपने साथी आलोक कुमार के साथ समृद्धि ज्वेलर्स पहुंचे। उस समय दुकान संचालक सुरेंद्र सोनी अकेला था। आरोपियों ने सुरेंद्र सोनी के ऊपर 6-7 राउंड फायर किया। जब सोनी वहीं ढेर हो गए तो उन्होंने दुकान से सोना चांदी और नगदी लूटी और वहां से भाग गए। हत्या की यह वारदात उस वक्त सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई थी।
इसके बाद आरोपी सीधे आरंग पहुंचे। यहां बाइक को खड़ा किया। फिर अभिषेक की कार में बैठकर बिहार की तरफ निकले। ये लोग कार से बनारस तक गए। वहां कार खड़ी कर ट्रेन पकड़कर बिहार भागने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले दुर्ग पुलिस वहां पहुंच गई। पुलिस को देख आरोपियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जब उनके कारतूस खत्म हो गए तो पुलिस ने घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया।