जर्सी’ के बाद शाहिद अब ‘ब्लडी डैडी’ में पिता के रोल में दिखेंगे, किडनैप हो चुके बेटे को बचाते नजर आएंगे
Cglive Report : ‘कबीर सिंह’ की सुपर सक्सेस के बाद शाहिद कपूर के खाते में कई फिल्में हैं। हाल में उनकी ‘जर्सी’ आई थी। हालांकि, इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर ‘कबीर सिंह’ जैसी अचीवमेंट दर्ज नहीं की। उसमें वो एक ऐसे पिता के रोल में थे, जिसे अपने बेटे की नजर में सम्मान नहीं खोना था। लेकिन, इस फिल्म के बाद अब शाहिद एक बार फिर से अपनी अपकमिंग फिल्म में पिता के रोल में नजर आएंगे। फिल्म की शूटिंग कंप्लीट हो चुकी है। अब वह पोस्ट प्रोडक्शन स्टेज में है।
शाहिद के गन फाइट से ज्यादा हैंड टू हैंड फाइट सीन्स होंगे
फिल्म से जुड़े सूत्रों ने बताया, “शाहिद कपूर यहां भी पिता के रोल में हैं। हालांकि वो ‘जर्सी’ वाले पिता की तरह नजर आएंगे। यहां उनका एक्शन है। बतौर पिता उनका किरदार किस तरह अपनी औलाद की रक्षा करता रहता है, वह फिल्म में दिखाया गया है। शाहिद के कई एक्शन सीक्वेंस फिल्म में हैं। इस फिल्म के डायरेक्टर अली अब्बास जफर हैं, जिन्होंने ‘टाइगर जिंदा है’ और ‘गुंडे’ जैसी हार्डकोर एक्शन फिल्में बनाई हैं। वहां एक्शन लार्जर दैन लाइफ था। हालांकि, ‘ब्लडी डैडी’ में अली अब्बास जफर ने एक्शन का ढंग अलग रखा है। यहां शाहिद के गन फाइट से ज्यादा हैंड टू हैंड फाइट सीन्स रखे गए हैं।”
फिल्म के लिए शाहिद कपूर ने खुद ही एक्शन सीन्स किए हैं
फिल्म की कहानी दिल्ली और मुंबई होते हुए अबुधाबी ट्रैवल करती है। दिल्ली की सड़कों से लेकर मुंबई की गलियों और अबुधाबी की ऊंची इमारतों में शाहिद कपूर ने खुद ही एक्शन किया है। उन्होंने बॉडी डबल का इस्तेमाल नहीं किया है। शाहिद के बेशक फिल्म में रनिंग सीक्वेंस हैं, जैसे टॉम क्रूज के ‘मिशन इंपॉसिबल’ के अलग-अलग पार्ट में रहे हैं।
अबुधाबी वाला शेड्यूल वहां के एमिरेट्स पैलेस वाले होटल में पूरा किया गया है। वहां फिल्म के ज्यादातर अहम सीक्वेंस फिल्माए गए। वहां मेकर्स ने 30 से 35 दिनों तक शूटिंग की। दिल्ली और मुंबई में कुल 24 दिनों का शेड्यूल रखा गया। अली अब्बास जफर भी अपनी पिछली फिल्मों से कास्ट को रिपीट करने वालों में से एक हैं। उन्होंने ‘टाईगर जिंदा है’ से सरताज कक्कड़ को यहां रिपीट किया है। वो यहां शाहिद कपूर के बेटे के रोल में हैं। ‘टाईगर जिंदा है’ में सरताज कक्कड़ सलमान खान के बेटे के रोल में थे।
शाहिद फिल्म में अंडरकवर कॉप के रोल में नजर आएंगे
दिलचस्प बात यह है कि ‘टाईगर जिंदा है’ में कहानी 25 बंधक भारतीय नर्सों के छुड़वाने की थी। यहां शाहिद कपूर अपने बंधक बेटे को छुड़वाने का जोखिम भरा सफर तय करेंगे। शाहिद इसमें अंडरकवर कॉप के रेाल में हैं। अली अब्बास जफर ने फिल्म का सुर गंभीर रखा है। इसमें कोई गाना नहीं रखा है। एक गाना बेशक बादशाह का है, मगर उसके बैकड्रॉप में भी शाहिद का किरदार अपने दुश्मनों की खोज में लगा रहता है। बादशाह का कॉन्सर्ट चल रहा होता है। साथ में शाहिद का किरदार बैकस्टेज में दुश्मनों से लोहा लेता रहता है।