पाकिस्तानी मिसाइल अमेरिका में मचा सकता है तांडव! US के डिप्टी NSA के बयान से खलबली
पाकिस्तान लगातार आर्थिक संकट के बावजूद डिफेंस पर पानी की तरह पैसा बहा रहा है. एक ओर जहां अवाम खाना, पानी, बिजली और पेट्रोल की बेतहाशा बढ़ रहीं कीमतों की मार से जूझ रही हैं. देश भी कर्ज के बोझ तले दबा हुआ है. 2024 में पाकिस्तान पर 71.24 खरब रुपये कर्ज होने का अनुमान है. वह लगातार मित्र देशों और आईएमएफ से मदद की गुहार लगाते रहा है, लेकिन हाल ही में इस्लामाबाद में मिलिट्री डे परेड में बैलिस्टिक मिसाइल का शाहीन-III प्रदर्शन किया है. मिसाइल के प्रदर्शन के बाद से उसको मदद करने वाले राष्ट्रों में से एक अमेरिका के कान खड़े हो गए. अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर प्रतिबंध लगा दिया है.
अमेरिका के प्रतिबंध लगाते ही पाकिस्तान का दूसरा रूप खुलकर सामने आया है. पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने खुलकर इसका विरोध किया है. इस प्रतिबंध की वजह से पाकिस्तान के क्षेत्र की शांति और सुरक्षा को खतरा बताया है और इसकी निंदा करते हुए “भेदभावपूर्ण” बताया है. विदेश मंत्रालय चेतावनी जारी करते हुए कहा, ‘इस प्रतिबंध से हमारे क्षेत्र और उससे आगे की रणनीतिक स्थिरता पर खतरनाक प्रभाव पड़ सकता है.’ हालांकि, अमेरिका ने कहा कि उनसे मिलने वाली ममद से बैलिस्टिक मिसाइल डेवलप कर पाकिस्तान बेच कर मोटा मुनाफा कमा रहा था.
अमेरिका को चिंता
गुरुवार को व्हाइट हाउस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल क्षमता पर चिंता जाहिर किया है. अमेरिका ने कहा कि इन मिसाइलों से पाकिस्तान साउथ एशिया के बाहर अमेरिका तक हमला करने में सक्षम हो जाएगा. अमेरिका एनएसए के डिप्टी एडवाइजर जॉन फाइनर ने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम पर सवाल खड़ा किए हैं.
एशिया के बाहर अटैक की क्षमता
फाइनर ने कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस में कहा कि हमारे लिए पाकिस्तान की कार्रवाइयों को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए उभरते खतरे के अलावा कुछ और के रूप में देखना मुश्किल है. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों से काफी बड़े रॉकेट मोटर्स की सफल टेस्टिंग की सफल परिक्षण किया है. इससे पाकिस्तान के पास संयुक्त राज्य अमेरिका सहित दक्षिण एशिया की सीमा से परे टारगेट पर हमला करने की क्षमता होगी.’
किन कंपनियों लगा बैन
पाकिस्तान पर बैलिस्टिक मिसाइल प्रतिबंध लगाने के बाद अमेरिका के विदेश विभाग ने कहा कि प्रतिबंध के बावजूद इस्लामाबाद के नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स ने पाकिस्तान की लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल बनाया. इसी मिसाइल कार्यक्रम में बैलिस्टिक मिसाइलों की श्रेणी शाहीन को विकसित किया गया है. अमेरिका ने पाकिस्तान की अन्य प्रतिबंधित कंपनियां अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, एफिलिएट्स इंटरनेशनल और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं.