केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री ने प्रदेश के 6 मनरेगा श्रमिकों को किया सम्मानित
प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के माध्यम से कौशल उन्नयन कर ये श्रमिक अब कर रहे हैं स्वरोजगार
रायपुर. प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के जरिए कौशल विकास का प्रशिक्षण हासिल कर अपनी जिंदगी बदलने वाले प्रदेश के छह मनरेगा श्रमिकों को आज नई दिल्ली में सम्मानित किया गया। केन्द्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने नई दिल्ली के डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान कर इन्हें सम्मानित किया। वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) के अंतर्गत 100 दिनों का रोजगार हासिल करने वाले परिवारों के ये श्रमिक कौशल उन्नयन के बाद अब खुद का व्यवसाय कर रहे हैं। कार्यक्रम में बालोद कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ के.आर. साहू और धमतरी में बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा संचालित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (R-SETI) की प्रभारी सुश्री अनिता तुडू को भी प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने आज केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा सम्मानित सभी श्रमिकों और कार्मिकों को बधाई दी है। उन्होंने प्रशिक्षण हासिल कर मनरेगा श्रमिक से स्वरोजगार तक का सफर तय करने वाले इन श्रमिकों को उनके व्यवसाय में उत्तरोत्तर प्रगति के लिए शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने प्रदेश में मनरेगा और प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के बेहतर क्रियान्वयन के लिए मनरेगा तथा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (बिहान) की पूरी टीम को भी बधाई प्रेषित की है। श्री सिंहदेव ने उम्मीद जताई कि प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ में मनरेगा और ‘बिहान’ के परस्पर तालमेल से प्रदेश के ज्यादा से ज्यादा मनरेगा श्रमिक अपने कौशल का विकास कर स्थायी रोजगार की ओर कदम बढ़ाएंगे।
नई दिल्ली में आज सम्मानित होने वाले मनरेगा श्रमिकों में मशरूम उत्पादन का स्वरोजगार करने वाली धमतरी जिले के धमतरी विकासखण्ड की भनपुरी ग्राम पंचायत की श्रीमती नीतू बाई साहू तथा मोमबत्ती बनाने का काम शुरू करने वाली सारंगपुरी पंचायत की श्रीमती फूलवंती कंवर, सिलाई का काम कर रही गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखण्ड की लोहरसी की सुश्री गीतांजली ध्रुव और पतोरा पंचायत की सुश्री ओमेश्वरी कंवर, बकरी पालन का व्यवसाय शुरू करने वाले कोरिया जिले के सोनहत विकासखण्ड के पोड़ी ग्राम पंचायत के श्री कृष्ण कुमार एवं मोबाइल रिपेयरिंग का काम कर रहे महासमुंद जिले के बसना विकासखण्ड के दुर्गापाली के श्री बिमल साव शामिल हैं।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में मनरेगा के अंतर्गत 100 दिनों का रोजगार प्राप्त करने वाले परिवारों के इन सदस्यों को प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के माध्यम से कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार के लिए तैयार किया गया है। इन सभी को अपने-अपने जिले में स्थित ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (R-SETI) में प्रशिक्षण प्रदान किया गया था। देश की आजादी के 75 वर्ष पूरे होने के मौके पर आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत देशभर से प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के 75 हितग्राहियों को आज सम्मानित किया गया। प्रोजेक्ट ‘उन्नति’ के अंतर्गत मनरेगा श्रमिकों के कौशल विकास में उत्कृष्ट योगदान देने वाले कृषि विज्ञान केंद्रों, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थानों (R-SETI) एवं दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना (DDU-GKY) के अधिकारियों को भी कार्यक्रम में सम्मानित किया गया।