मुख्यमंत्री श्री बघेल के भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान किए गए घोषणाओं पर हो रहा अमल
ग्राम गोविंदपुर, लटोरी, नवापाराकला में नये-उपकेन्द्र निर्माण, ग्राम-धवईटिकरा विद्युतीकरण कार्य प्रगतिरत
किसान व ग्रामीण उपभोक्ताओं को विद्युत की बेहतर, लो-वोल्टेज की समस्या से मिलेगी निजात
रायपुर,
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने मई 2022 में भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों की मांग पर सूरजपुर जिले के ग्राम – गोविंदपुर, लटोरी नवापाराकला में नया उपकेन्द्र निर्माण, ग्राम धवईटिकरा का विद्युतिकरण करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री श्री बघेल के घोषणाओं को अमल करते हुए बिजली विभाग ने तेजी से कार्रवाई करना शुरू कर दिया है और क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या से निजात दिलाने के लिए बिजली लाइन बिछाने एंव उपकेंद्र निर्माण का कार्य किया जा रहा है जिससे क्षेत्र में नियमित बिजली की आपूर्ति बनी रहेगी और बिजली संबंधित व्यवधान का निराकरण शीघ्र होगा और लो वोल्टेज की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी।
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को स्थानीय निवासियों ने अवगत कराया था कि विद्युतीकरण एवं सब स्टेशन का कार्य होने से बिजली की समस्या दूर होने के साथ ही हाथियों का डर भी दूर हो जायेगा। इसके साथ-साथ क्षेत्र के बच्चों को पढ़ाई में सुविधा होगी। विद्युत विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बताया कि ग्राम गोविंदपुर, लटोरी, नवापारा कला में नया विद्युत सबस्टेशन एवं धवईटिकरा में विद्युतीकरण का कार्य किया जा रहा है शीघ्र पूर्ण कर लिया जाएगा जिससे क्षेत्र के निवासियों को बेहतर बिजली सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।
गौरतलब है कि जिला-सुरजपुर के विभिन्न अंचल में तीन नये 33.11के0व्ही0 उपकेंद्र गोविंदपुर (रेवटी), लटोरी, नवापाराकला (प्रेमनगर) में 3ग्3.15 एमव्हीए पॉवर-ट्रांसफार्मर, 33के0व्ही0लाइन -28.02 किमी, 11केव्ही लाइन – 27.19 किमी, कुल लागत राशि – 799.77 लाख रुपए से बनाया गया है।
प्रेमनगर क्षेत्र में लो-वोल्टेज की समस्या दूर करने के लिए 132/33केव्ही उपकेंद्र सलका से 33/11केव्ही उपकेंद्र उमेश्वरपुर को जोड़ने हेतु 33 केव्ही लाइन 19.52 किमी, कुल लागत राशि-186.58 लाख रुपए एवं प्रेमनगर के ग्राम-धवईटिकरा को विद्युतिकरण के लिए 11 केव्ही लाइन-3.3 किमी, एलटीलाइन-1.7 कि0मी0, 1ग्25 केव्हीए डिस्ट्रीब्यूशन ट्रांसफार्मर लागत-27.93 लाख रूपए के कार्य प्रगतिरत है। नये उपकेंद्र निर्माण और नये लाइनों के सृजन से अंचल में विद्युत-प्रणाली को मजबूती मिलेगी।