ज्योतिष शास्त्र के अनुसार महिलाओं के आंख फड़कने का होता है कुछ न कुछ कारण, जाने वजह

नई दिल्ली/रायपुर: किसी भी व्यक्ति के स्वभाव, गुण के आधार पर शुभ और अशुभ फलों का आकलन सामुद्रिक शास्त्र में किया जाता है. उन्हीं में से एक है आंख फड़कना. आंख फड़कना अशुभ भी होता है और शुभ भी होता है. आज हम महिलाओं की दाहिनी या बाईं आंख के फड़कने का क्या मतलब होता है, इसके बारे में जानेंगे।

अक्सर आपने लोगों को ये कहते हुए सुना होगा कि उनकी सुबह से आंख फड़क रही है। कुछ लोग इसे सही संकेत नहीं मानते हैं। कहा जाता है कि बुरा होने की संभावना है। वहीं सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार आंख फड़कने का मतलब हमेशा अशुभ ही नहीं होता है। दाहिनी और बाईं आंख फड़कने का अलग-अलग मतलब होता है। तो आइये जानते हैं महिलाओं की आंख फड़कने से जुड़े शुभ-अशुभ संकेतों के बारे में…

महिलाओं की बाईं आंख फड़कना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, महिलाओं की बाईं आंख फड़कना शुभ माना गया है। यदि किसी महिला की बाईं आंख फड़कती है, तो ये कुछ अच्छा होने की तरफ इशारा करता है। यानी बाईं आंख फड़कने का मतलब है उस महिला को धन लाभ होने वाला है।

महिलाओं की दाईं आंख का फड़कना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यदि किसी महिला की दाईं आंख फड़कती है, तो इसे शुभ संकेत नहीं माना जाता है। दाईं आंख फड़कने का मतलब होता है कि घर परिवार में कोई विवाद उत्पन्न हो सकता है या फिर किसी काम में बाधा उत्पन्न हो सकती है।

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