छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने पारित किया निंदा प्रस्ताव
रायपुर. रायगढ़ में हुई मारपीट की घटना ने अब तुल पकड लिया है. जिले में हुई मारपीट की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ ने कड़ा एतराज जताया है साथ ही दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग भी की है. इसके साथ ही प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों में अधिकारी-कर्मचारियों के संरक्षण की मांग शासन से की गई है.
रायगढ़ तहसील में 11 फरवरी को तहसील कार्यालय में सुनियोजित ढंग से भीड़ के शक्ल में प्रवेश कर रायगढ़ तहसील के नायब तहसीलदार, तहसीलदार के रीडर और एसडीएम के भृत्य के साथ मारपीट की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ (डिप्टी कलेक्टर, संयुक्त कलेक्टर और अपर कलेक्टर का संघ) ने रायपुर में संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे के अध्यक्षता में तत्काल बैठक कर निंदा प्रस्ताव पारित किया है.
इस मामले में छत्तीसगढ़ राज्य प्रशासनिक सेवा संघ के अध्यक्ष आशुतोष पांडे ने कहा है कि वीडियो को देखने से स्पष्ट है यह घटना सामान्य और अचानक होने वाली घटना नहीं थी, बल्कि पहले से ही नियोजित थी. वीडियो में दर्शित अधिवक्ताओं द्वारा कार्यालयीन समय में शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करते हुए अधिकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट की गई. अध्यक्ष ने नायब तहसीलदार, रीडर और भृत्य के साथ हुई घटना की निंदा करते हुए पुलिस प्रशासन से तत्काल गिरफ़्तारी की मांग की
वहीं महासचिव संदीप अग्रवाल ने प्रदेश के सभी राजस्व न्यायालयों में कड़ी सुरक्षा की मांग शासन से की है. दोषी के विरुद्ध गिरफ्तारी की कार्रवाई नहीं होने की स्थिति में छग प्रशासनिक सेवा संघ द्वारा भी आगे की रणनीति तय कर निर्णय लिया जाएगा. बैठक में संघ के समस्त पदाधिकारियों द्वारा कनिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों और राजस्व न्यायालयीन कर्मचारियों को समर्थन दिया गया.