छत्तीसगढ़ में पारा बढ़ने से शीतलहर होगी कम, बारिश के भी हैं आसार

सरगुजा शीतलहर की चपेट में हैं. मौसम में अभी ठंड से राहत मिलने की संभावना नहीं है, वहीं विक्षोभ प्रभाव से दो से तीन दिन तक पारा बढ़ने से सरगुजा में शीतलहर कम होगी, तो बीच में विक्षोभ का असर कम होते ही ठंड के लौटने की भी संभावना है. आपको बता दें, कि शुष्क हवा के साथ ठंड इस बार जनवरी में भी कभी कम तो कभी ज्यादा असर दिखा रही है. वहीं सीमावर्ती इलाकों में बारिश होने के भी आसार हैं.

बारिश की है संभावना
आपको बता दें, कि सरगुजा संभाग में भीषण सर्दी पड़ रही है, और बलरामपुर का तापमान चार डिग्री से कम हो चुका है. मौसम में होने वाले बदलाव के दौरान राज्य के सीमावर्ती इलाके यानी कोरिया और उसके आसपास के इलाकों में छाने वाले बादल, मामूली रूप से बरस भी सकते हैं. इसके अलावा वातावरण में मौजूद नमी के असर से सुबह के वक्त कुहासा छाने की उम्मीद भी है. मौसम विशेषज्ञ एच पी चंद्रा के मुताबिक दिसंबर की तुलना में इस बार जनवरी में विक्षोभ ज्यादा संख्या में हुए, वहीं विक्षोभ ठंड पर ज्यादा असर नहीं डाल सका. तापमान में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, तथा अभी प्रशांत महासागर में ला-नीना का असर है, जिसकी वजह से ठंड अपना असर दिखा रही है.

इतना तापमान किया गया दर्ज
मौसम विभाग ने बीते 24 घंटे में सूरजपुर का अधिकतम तापमान 24.9 डिग्री, बलरामपुर रामानुजगंज का 25.4 डिग्री, कोरिया का 21.5 डिग्री, सरगुजा का 26.6 डिग्री, गौरेला पेंड्रा मरवाही का 27.4 डिग्री, कोरबा का 28 डिग्री, बिलासपुर का 28 डिग्री, मुंगेली का 26.4 डिग्री, राजनांदगांव का 28.3 डिग्री, दुर्ग का 28.2 डिग्री, राजधानी रायपुर का 29.2 डिग्री, महासमुंद का 28.5 डिग्री, बालोद का 28.4 डिग्री, कांकेर का 29 डिग्री, नारायणपुर का 23.5 डिग्री, बस्तर का 28.9 डिग्री, बीजापुर का 30.1 डिग्री और दंतेवाड़ा का अधिकतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है. मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सबसे अधिकतम तापमान बीजापुर का 30.1 डिग्री रिकार्ड किया गया है.

Related Articles

Back to top button