CORONA : तहलका मचा सकते है ये BA- 5.1.7 और BF-7 वेरिएंट
भारत में पाया गया BF -7 का पहला मामला
भारत में BF -7 का पहला मामला पाया गया है
BF -7 वेरिएंट के लक्षण
तेजी से बढ़ सकते हैं इसके मामले
देश – दुनिया में जहां कोरोना वायरस के खत्म होने की बात हो रही थी, वहीं अब कोरोना ओमिक्रॉन के नए उप वेरिएंट BA – 5.1.7 और BF -7 की बात हो रही है। बता दें कि, चीन में इस नए वेरिएंट के कारण कोरोना के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी देखी गई है।
स्थिति यह है कि, एक्सपर्ट का मानना है दुनिया के अन्य हिस्सों में भी ये वेरिएंट ( VARIENT ) फैल सकता है और कोरोना के नए लहर का कारण बन सकता है। पर अब भारत में इस वेरिएंट ( VARIENT ) के फैलने का डर जताया जा रहा है। इसकी वजह है दिवाली और छठ जैसे त्योहार जिसमें लोगों की आवाजाही बढ़ जाती है।
भारत में BF -7 का पहला मामला पाया गया है
भारत (INDIA) में बीएफ-7 का पहला मामला पाया गया है जैसा कि, गुजरात बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर द्वारा पता लगाया गया है। इसे ओमाइक्रोन स्पॉन (OMICRON SPON ) भी कहा जा रहा है।
इसी के बाद इस बात का डर जताया जा रहा है कि दिवाली, धनतेरस, गोवर्धन पूजा, भाई दूज और छठ जैसे आगामी त्योहारों में ये वेरिएंट तेजी से न फैल जाए। दरअसल बीएफ-7 वेरिएंट के लक्षण कमोबेश पहले जैसे होंगे, लेकिन समय के साथ ये और भी तेजी से सामने आएंगे।
BF -7 वेरिएंट के लक्षण
नया सब वेरिएंट फुल वैक्सीनेट और अच्छी इम्युनिटी वाले लोगों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। सबसे बड़ा त्योहार दिवाली आ ही गया है और मार्केट में चारों तरफ भीड़भाड़ का माहौल है।
दूसरी तरफ सर्दी के मौसम की वजह से भी वायरस और तेजी से फैल सकता है। ऐसे में विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि किसी को भी मास्क लगाना नहीं छोड़ना चाहिए, इसके साथ ही लक्षण नजर आने पर खुद को तुरंत अलग कर लेना चाहिए।
बीएफ-7 वेरिएंट के लक्षण, कोरोना वायरस के पहले वाले लक्षणों जैसे ही हो सकते हैं। इस दौरान आपके शरीर में दर्द हो सकता है।
तेजी से बढ़ सकते हैं इसके मामले
अगर लापरवाही बरती गई तो भारत में कोविड-19 की अगली लहर आने को नकारा नहीं जा सकता। त्योहार का सीजन पूरे जोरों पर है और लोग बड़ी संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं। अगर ऐसे ही चलता रहा तो अगले 3 से 4 हफ्तों में यह वायरस भारतीय आबादी में फैल सकता है। मौसम ठंडा हो रहा है और फ्लू भी फैल रहा है, तो हो सकता है कि, लोग कोविड के लक्षणों को गले में खराश और नाक बहने जैसा सामान्य मामला समझ लें।
अगर कोई सामान्य लक्षण समझता रहा, तो सोचिए वह कितने लोगों में वायरस फैला चुका होगा। एक्सपर्ट का कहना है कि इस वेरिएंट से घबराने नहीं, बल्कि सावधान रहने की जरूरत है। इससे बचे रहने के लिए मास्क लगाएं और भीड़भाड़ वाले इलाकों मंे जाने से बचें। साबुन और पानी से अच्छी तरह हाथ धोएं। सोशल डिस्टेंसिंग रखें।